उत्तर प्रदेश में यूपी बोर्ड के साथ सीबीएसई और आईएसएससी बोर्ड की परीक्षाएं नजदीक आ गई है। इसी के साथ ज्यादातर स्कूलों में आयोजित होने वाली वार्षिक परीक्षाओं की तिथि भी निर्धारित कर दी गई है। ऐसे में स्कूल आने जाने वाले बच्चों को अपने स्वास्थ्य के प्रति खासा संवेदनशील रहने की जरूरत है। बदलते मौसम में बच्चे ज्यादा बीमार पड़ रहे हैं। सुबह होते ही तेज धूप और शाम को ठंडी हवाओं के चलते बच्चों में बीमारी बढ़ रही है। गर्मी लगने पर बच्चे आइसक्रीम की मांग अपने अभिभावकों से भी कर रहे हैं वहीं कुछ अभिभावक अपने बच्चों को आइसक्रीम आदि भी खिला रहे हैं।ऐसे में बच्चों को खांसी, जुखाम, बुखार की समस्या बढ़ रही है।मेडिकल कॉलेज से लेकर निजी चितित्सालयों में दिन पर दिन खांसी जुकाम के मरीज बढ़ रहे हैं। ऐसे में बच्चों को लेकर ग्रामीण सहारा से ईएनटी के डॉक्टर विवेक सिंह से खास बातचीत की और जाना कि कैसे ऐसे मौसम में अपने आप को सुरक्षित रखा जा सकता है।
बच्चो के कान में दर्द की समस्या है आम
हरदोई के मेडिकल कॉलेज में नाक कान गला रोग विशेषज्ञ डॉक्टर विवेक सिंह ने ग्रामीण सहारा से खास बातचीत करते हुए बताया कि दोपहर में तेज धूप के चलते गर्मी और शाम को शीत लहर को लेकर बच्चों को खास एतियात बरतना चाहिए। अभिभावकों को कुछ बातों पर विशेष ध्यान देना चाहिए। अभी बच्चों को ठंडा पानी, कोल्ड ड्रिंक और आइसक्रीम से दूर रखें। बच्चों को पूरे आस्तीन के कपड़े स्वेटर और इनर को पहनाए। शाम होते ही बच्चों को जूते मोजे पहनाकर रखें कानों को ढक कर रखे। इसी के साथ यदि किसी बच्चे को जुकाम खांसी की समस्या हो तो उसे तुरंत डॉक्टर के पास ले जाकर परीक्षण कर उपचार कराये। जुखाम एक संक्रमण है यह एक दूसरे से हो सकता है। ऐसे में यदि किसी बच्चों को जुखाम खांसी की समस्या हो तो मास्क का प्रयोग अवश्य करें।मेडिकल कॉलेज में नाक कान गाला रोग विशेषज्ञ डॉ विवेक सिंह ने कहा कि बदलते मौसम में हमें बच्चो का विशेष तौर पर ध्यान रखना चाहिए हमे अपने बच्चों को ठंड से बचाव के लिए उन्हें घर के बाहर निकलने ना दे। आजकल हवा काफ़ी तेज चल रही है। ऐसे में बच्चों के कानों को ढक रखें। ठंडी वस्तुओं को खिलाने से बचें। बच्चों को ठंड लगना और उसके बाद जुकाम होना और जुकाम में बच्चों के कान में दर्द होना एक आम समस्या है यदि ऐसा होता है तो उसे तुरंत डॉक्टर को दिखाएं और उसका उचित उपचार कराये।