हरदोई के पाली क्षेत्र के कपड़ा व्यापारी का अपहरण किए जाने के बाद 20 लाख की फिरौती मांगी जा रही थी। जिसके बाद फिरौती की रकम दिए जाने के स्थान पर एसटीएफ ने बदमाशों से हुई मुठभेड़ में रेडीमेड कारोबारी को छुड़ा लिया है। एनकाउंटर में अपहरण करने वाला एक बदमाश गोली लगने से घायल हो गया। एसटीएफ की टीम ने उसे गिरफ्तार करते हुए अपहृत कारोबारी को बदमाशों के चंगुल से छुड़ा लिया है। एसटीएफ के सीओ अवनीश्वर चन्द्र श्रीवास्तव और संजीव कुमार दीक्षित ने इसका खुलासा किया है। उनका कहना है कि अपहरण करने वाले बदमाशों ने 20 लाख की सुपारी की मांग की थी। मुठभेड़ के दौरान तीन बदमाश वहां से भाग निकले, जिनकी सरगर्मी से तलाश की जा रही है।
बताते चलें कि 19 दिसंबर की शाम को पाली थाने के बारी गांव निवासी रेडीमेड कारोबारी रामजी मिश्रा अपनी दुकान से वापस घर लौट रहा था। उसी बीच रास्ते में उसका अपहरण कर लिया गया। पुलिस ने उसके पिता कमल किशोर मिश्रा की तहरीर पर केस दर्ज किया और खुलासे की बागडोर एसटीएफ को सौंप दी गई।
शुक्रवार को एसटीएफ को सुराग़ मिला कि कारोबारी का अपहरण करने वाले बदमाश उसे सैंट्रो कार से कहीं दूसरे ठिकाने पर ले जाने की फिराक में है। इस पर एसटीएफ की टीम ने नकटौरा-पाली रोड पर कनकापुर तिराहे के आसपास डेरा डाल दिया। उसी बीच एक सैंट्रो कार आती हुई दिखी, जिस पर कुछ लोग सवार थे, एसटीएफ के सामने आते ही उन्होंने उस पर हमला करना चाहा, एसटीएफ और बदमाशों के बीच हुई मुठभेड़ में एक बदमाश गोली लगने से ज़ख्मी हो गया। उसी बीच उसके साथ अपहृत कारोबारी को छोड़ कर भाग निकले। एसटीएफ ने अपहृत कारोबारी को बरामद कर गोली लगने से ज़ख्मी बदमाश को पकड़ लिया।
पकड़े गए बदमाश का नाम विशाल वर्मा पुत्र लक्ष्मीकांत वर्मा निवासी याकूतगंज थाना ज़ैदपुर बाराबंकी है। एसटीएफ के मुताबिक बदमाश विशाल वर्मा ने कारोबारी के घर वालों से 20 लाख की सुपारी मांगी थी। इसी विशाल वर्मा पर साल 2021 की 30/31 जनवरी की रात में लखनऊ में एक हत्या का मामला दर्ज किया गया था। जिसमें उसी साल 8 फरवरी को विशाल को गिरफ्तार कर लिया गया था।
एसपी केशव चंद्र गोस्वामी ने बताया कि अपहरण किए गए युवक से जानकारी में पता चला कि पड़ोसी से मुकदमेबाजी को लेकर पड़ोसी ने ही बाराबंकी से बदमाशों को बुलाया था। उसका पड़ोसी लखनऊ में डिलीवरी बॉय का काम करता है, वहीं से उन बदमाशों के संपर्क में आया था। अपहरण करने के बाद युवक को सवायजपुर स्थित गाने के खेत में हाथ पैर बांधकर रखा गया था।