लखनऊ। हालिया विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की शिकस्त के बाद इंडिया गठबंधन में दरारें नजर आने लगी हैं। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने छह दिसंबर को गठबंधन की बैठक बुलाई थी, जिसमें सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने जाने से इनकार दिया। उन्होंने एक बार फिर से पीडीए के नारे को बुलंद किया है।अखिलेश ने कहा कि एनडीए को पीडीए ही हर सकता है। मध्य प्रदेश में कांग्रेस से गठबंधन नहीं होने के बाद से ही अखिलेश यादव कांग्रेस से नाराज चल रहे हैं। चुनाव के दौरान भी दोनों दलों के बीच काफी बयानबाजी देखने को मिली थी, खुद सपा अध्यक्ष कांग्रेस पर सीधा वार करते दिखाई दिए और अब जब कांग्रेस को इन चुनावों में जबरदस्त हार का सामना करना पड़ा है तो अखिलेश यादव ने इंडिया गठबंधन को छोड़ते हुए एक बार फिर पीडीए के दम पर एनडीए को हराने का दावा किया है। इंडिया गठबंधन की बैठक में शामिल होने से इनकार के बाद सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर पोस्ट लिखी, जिसमें उन्होंने दावा किया कि पीडीए यानि पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक मिलकर एनडीए को हरा सकते हैं।ये एक सामाजिक आंदोलन हैं. उन्होंने लिखा, पीडीए ही एनडीए को हरायेगा।पीडीए सामाजिक आंदोलन है। सामाजिक न्याय का संघर्ष है।अखिलेश यादव पिछले काफी समय से पीडीए का नारा बुलंद कर रहे हैं। उनका कहना है कि पीडीए में ही इतनी ताकत है कि जिसके जरिए एनडीए को हराया जा सकता है। वो लगातार जातीय जनगणना कराए जाने की भी मांग करते आ रहे हैं। उनका दावा है कि जब भी सपा की सरकार आएगी तो सबसे पहले जातियों की गिनती कराई जाएगी। सपा अध्यक्ष 2024 से पहले इस मुद्दे को और मजबूती से उठाने की तैयारी कर रहे हैं।