लखनऊ। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ ने अपनी मांगों के समर्थन में विधान सभा का घेराव किया गया। प्रदर्शन के दौरान शिक्षक संघ के क्रांतिकारी नेताओं व पुलिस के मध्य तीखी नोक झोंक हुई। प्रदर्शन कर रहे हजारों शिक्षकों को गिरफ्तार कर बसों में भरकर इको गार्डन ले जाया गया।
धरने का नेतृत्व प्रदेश अध्यक्ष चेत नारायन सिंह व संचालन महामंत्री रामबाबू शास्त्री ने किया। विधानसभा सत्र को छोड़ कर राज बहादुर सिंह चंदेल ने भी धरने में सम्मिलित हुए और गिरफ्तारी दी। गिरफ्तार शिक्षकों को ईको गार्डन में रिहा कर दिया गया। मांग पत्र में कहा गया है कि माध्यमिक विद्यालयों में नियुक्त तदर्थ शिक्षकों के परिवार आर्थिक विपन्नता एवं भुखमरी के शिकार हो रहे है। उनकी सेवा समाप्ति पर पुर्नविचार करते हुए विनियमित किया जाय तथा उनका रोका हुआ वेतन तत्काल निर्गत किया जाय। शासन के आदेश 9 नवम्बर को वापस लिया जाय। पुरानी पेंशन बहाल की जाय । 28 मार्च 2005 से पूर्व के विज्ञापनों द्वारा नियुक्त शिक्षक व कर्मचारियों को एनपीएस के स्थान पर ओपीएस का लाभ दें। प्रदेश के सभी जनपदों के एनपीएस खातों की जांच करायी जाय। प्रदेश संयोजक आईटी सेल संजय द्विवेदी ने कहा कि तदर्थ शिक्षको के साथ सरकार अन्याय कर रही है। विषय विषेशज्ञों की नियुक्ति का विज्ञापन 2002 के पूर्व का है। अतः इनकी भी सूचना प्राप्त कर इन्हें ओपीएस में लिया जाय। इस दौरान लवकुश मिश्रा, नर्सिंग बहादुर सिंह, संजय द्विवेदी, संत सेवक सिंह, वीरेंद्र प्रताप सिंह, अरविंद, सुधाकर सिंह सहित सैकड़ों लोग उपस्थित रहे।