लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने गुरुवार को प्रदेश के और नेशनल कोऑर्डिनेट की बैठक बुलाई गई है। बैठक का मुख्य उद्देश्य 2024 लोकसभा चुनाव की तैयारी और उनके उम्मीदवारों की चयन प्रक्रिया पर समीक्षा की जाएगी। मायावती लगातार उत्तर प्रदेश में अकेले चुनाव लड़ने और उसकी तैयारी में जुटी हुई है मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान समेत पांच राज्यों के चुनाव परिणाम को देखते हुए बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने उत्तर प्रदेश को लेकर एक अहम बैठक बुलाई है। इस बैठक में नेशनल कोऑर्डिनेटर और प्रदेश के पदाधिकारी के अलावा जिले के अध्यक्षों को भी बुलाया गया है। लोकसभा चुनाव को लेकर बसपा सुप्रीम मायावती भी एक्टिव मोड में है। पिछले कई दिनों से वो मंडलवार संगठन विस्तार के बारे में संबंधित पदाधिकारियों से फीडबैक ले रही हैं। बसपा के लिए ये बैठक इसलिए भी अहम हो जाती है क्योंकि इस बार बसपा ने अकेले लोकसभा चुनाव लड़ने का एलान किया है। वो न तो एनडीए को हिस्सा होंगी और न ही इंडिया का। ऐसे में उनके सामने सबसे बड़ी चुनौती पार्टी के अस्तित्व को बचाए रखने की होगी। बसपा चाहेगी किसी तरह पार्टी 2019 के प्रदर्शन को दोहरा सके। उत्तर प्रदेश में 20 फीसद दलित वोटर हैं। पिछले कुछ चुनावों में दलित वोटरों का बसपा से मोहभंग हुआ है और वो बीजेपी के पाले में जाते दिख रहे हैं। ऐसे में उनके सामने एक चुनौती ये भी होगी कि वो किसी तरह अपने वोटबैंक को सहेजकर रख पाएं। इस बैठक में बसपा की ये बैठक लखनऊ में उनके दफ्तर में हो रही है। इस बैठक में पार्टी के नेशनल जनरल सेक्रेटरी सतीश चंद्र मिश्रा, प्रदेश अध्यक्ष विश्वनाथ पाल, विधायक उमाशंकर सिंह, विधान परिषद के सदस्य भीमराव अंबेडकर समेत बसपा के सभी पूर्व सांसद, पूर्व विधायक, मुख्य इंचार्ज, जिला अध्यक्ष और बामसेफ के पदाधिकारी शामिल होंगे। इस बैठक की अध्यक्षता बसपा सुप्रीमो मायावती करेंगे। जिसमें संगठन की समीक्षा से लेकर संगठन के विस्तार, बूथों का गठन और साथ ही साथ की कैडर कैंप की तैयारियों पर चर्चा होगी।