लखनऊ। सिखों के 9 गुरु धैर्य, वैराग्य एवं त्याग की मूर्ति कहे जाने वाले गुरु तेग बहादुर की पुण्यतिथि एवं अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष बी पट्टाभि सीतारमैया की जयंती आज प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय पर मनाई गई गई। इस मौके पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पूर्व मंत्री अजय राय ने उनके चित्रों पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें नमन किया। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता डॉ0 मनीष हिंदवी ने बताया कि श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि गुरु तेग बहादुर जी ने 20 वर्षों तक साधना की एवं गुरु नानक जी के सिद्धांतों का प्रचार करने के लिए उन्होंने कश्मीर और असम तक की यात्रा की। अंधविश्वासों की आलोचना कर समाज में नए आदर्श स्थापित किए। गुरु तेग बहादुर जी ने आस्था, विश्वास और अधिकार की रक्षा के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया ऐसा भी माना जाता है कि उनकी शहादत दुनिया में मानव अधिकारों के लिए पहली शहादत थी इसलिए उन्हें सम्मान के साथ ‘‘हिंद की चादर’’ कहा जाता है। वह अपनी समता, करूणा, निष्ठा, प्रेम सहानुभूति, त्याग और बलिदान जैसे विशेष गुणों के लिए जाने जाते हैं।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष बी पट्टाभि सीतारमैया जी की जयंती के अवसर पर बोलते हुए कहा कि उन्हें भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (आईएनसी) के इतिहासकार के रूप में भी जाना जाता है, उन्हें 55वें जयपुर सत्र का अध्यक्ष चुना गया। इसके साथ ही उन्होंने मध्य प्रदेश के पहले राज्यपाल के रूप में भी कार्य किया। वह कई वर्षों तक कांग्रेस कार्य समिति के सदस्य भी रहे और 1937 में आंध्र प्रांतीय समिति के अध्यक्ष बने। उक्त पुण्यतिथि एवं जयंती कार्यक्रम के अवसर पर उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के संगठन सचिव अनिल यादव, प्रदेश प्रवक्ता पूर्व राज्यमंत्री डॉ0 सी0पी0 राय, संजय शर्मा, जी0के0 दुबे, बृजेन्द्र सिंह, नितान्त सिंह, सहित तमाम कांग्रेस जन उपस्थित रहे।