हरदोई
भारतीय रेल स्वच्छता को लेकर लगातार कार्य कर रही है।रेलवे स्टेशनों की साफ सफाई को लेकर रेल प्रशासन पहले ही पीपीपी मॉडल के तहत निजी हाथों में सफाई का जिम्मा सौंप चुकी है। हरदोई रेलवे स्टेशन पर अब काफी साफ सफाई रहती है साथ ही समय-समय पर स्वच्छता को लेकर जागरूकता अभियान भी चलाया जाता रहता हैं। इसी क्रम में रेल प्रशासन ने स्वच्छता में एक कदम आगे बढ़ाया है और अब स्टेशन के अतिरिक्त रेलवे यार्ड को भी स्वच्छ बनाने का काम शुरू कर दिया है। रेल प्रशासन की ओर से मुरादाबाद मंडल के हरदोई समेत पांच रेलवे स्टेशनों पर यार्ड की सफाई के लिए एक अत्याधुनिक मशीन को भेजा गया है। यह मशीन प्लेटफार्म के अंतिम छोर से होम सिग्नल तक के रेल ट्रैक और उसके आसपास के क्षेत्र को साफ रखने का कार्य करेगी।हरदोई में भी यह मशीन भेजी जा चुकी है और इसका कार्य शुरू भी हो चुका है। सफाई कर्मियों द्वारा लगातार हरदोई रेलवे स्टेशन के दोनों छोर के रेलवे यार्ड को स्वच्छ बनाने का काम शुरू कर दिया है। अब रेलवे स्टेशन पर ट्रेन के प्रवेश करने पर यात्रियों को गंदगी नजर नहीं आएगी।
एक बार में स्टोर करेगी 35 लीटर कूड़ा
रेल प्रशासन द्वारा हरदोई समेत पांच रेलवे स्टेशनों पर पायलट प्रोजेक्ट के तहत वेक्यूम मशीन से रेलवे यार्ड की सफाई का कार्य शुरू कर दिया है। इसके लिए रेलवे ने एक अलग से टेंडर जारी किया था।हरदोई रेलवे स्टेशन पर एमएस लिटिल किड्स नाम की कंपनी को यह टेंडर दिया गया है।कंपनी हरदोई रेलवे स्टेशन के लखनऊ और शाहजहांपुर छोर के यार्ड को स्वच्छ बनाने का कार्य करेगी। इसके लिए कंपनी द्वारा सफाई कर्मियों को प्रशिक्षित भी किया गया है और रेलवे यार्ड की सफाई का कार्य भी शुरू कर दिया गया है। यह मशीन रेलवे यार्ड में पड़े पत्तल केले के छिलके चाय गिलास को वैक्यूम से साफ करने का कार्य करेगी। रेल अधिकारियों ने बताया कि रेलवे यार्ड को स्वच्छ बनाने के लिए भेजी गई वैक्यूम मशीन एक बार में लगभग 35 लीटर कचरा स्टोर कर सकती है। यह मशीन प्लेटफार्म से होम सिग्नल तक के रेलवे ट्रैक और यार्ड को साफ करेगी। प्रथम चरण में हरदोई रामपुर शाहजहांपुर बरेली वह हापुड़ में पायलट प्रोजेक्ट के तहत इसका प्रयोग शुरू किया गया है।