हरदोई
हरदोई रेलवे स्टेशन पर अमृत भारत स्टेशन योजना के अंतर्गत चल रहा निर्माण कार्य यात्रियों के लिए मुसीबत बन गया है। रेल अधिकारियों की लापरवाही के चलते लगातार यात्रियों को मुसीबत उठानी पड़ रही है। अमृत भारत स्टेशन योजना के अंतर्गत अधिकारियों ने निर्माण कार्य शुरू करा दिया लेकिन निर्माण कार्य की सुस्ती से यात्रियों को काफी असुविधा उठानी पड़ रही है।निर्माण कार्य के दौरान मंडल से लेकर स्थानीय रेल अधिकारी तक यात्रियों को मूलभूत सुविधाएं तक उपलब्ध नहीं कर पा रहे हैं हालांकि स्थानीय अधिकारी मंडल के अधिकारियों को गुमराह जरूर कर दे रहे हैं। हरदोई रेलवे स्टेशन पर चल रहे निर्माण कार्य के चलते पुरानी बिल्डिंग को गिरा दिया गया ऐसे में अब हरदोई रेलवे स्टेशन पहुंचने वाले रेल यात्रियों को शौचालय जाने के लिए या तो लंबी दौड़ लगानी पड़ रही है या फिर अपनी जेब को ढीला करना पड़ रहा है। हरदोई रेलवे स्टेशन पर रेल अधिकारियों ने निर्माण के समय यात्रियों के शौचालय की भी कोई अस्थाई व्यवस्था नहीं की है। हरदोई रेलवे स्टेशन परिसर में बने पेय एंड यूज शौचालय का प्रयोग यात्रियों को करना पड़ रहा है उसके लिए यात्रियों को तय रकम भी देने पड़ रही है।ऐसे में अब हरदोई रेलवे स्टेशन पर शौचालय जाना भी यात्रियों को अपनी जेब ढीली करनी पड़ रही है। रेलवे की कि लापरवाही का सबसे ज्यादा खामियाजा महिलाओं को उठाना पड़ रहा है।हरदोई स्टेशन पर शाहजहांपुर छोर पर बने शौचालय के लिए महिलाओं बुजुर्गों वृद्धो दिव्यांगों को काफ़ी लंबी दौड़ लगानी पड़ रही है जिससे सबसे ज्यादा कठिनाइयों का सामना यात्रियों को करना पड़ रहा है या फिर शौचालय जाने के लिए अपनी जेब ढीली करनी पड़ रही है।
स्टेशन निर्माण के दौरान तोड़ दिए गए शौचालय
हरदोई रेलवे स्टेशन पर निर्माण के दौरान बने शौचालय को तोड़ दिया गया है।प्लेटफार्म संख्या एक पर एकमात्र निशुल्क शौचालय जीआरपी थाने के समीप है। ऐसे में यात्रियों को शौचालय के लिए लंबी दौड़ लगानी पड़ रही है या फिर पे एंड यूज शौचालय में जाकर अपनी जेब को ढीला करना पड़ रहा है।जीआरपी के नजदीक बने शौचालय की अधिकांश रेल यात्रियों को जानकारी भी नहीं है। हरदोई के जिम्मेदार रेल अधिकारियों ने निशुल्क शौचालय को लेकर रेल यात्रियों की सुविधा के लिए अब तक कोई भी साइन बोर्ड तक लगाना तक उचित नहीं समझा है। हरदोई रेलवे स्टेशन पर सबसे ज्यादा संख्या ग्रामीण क्षेत्र से आने वाले रेल यात्रियों व मजदूर वर्ग के रेल यात्रियों की होती है ऐसे में रेल यात्री स्टेशन पर काउंटर से अनारक्षित टिकट लेकर वहीं पर अपनी ट्रेन की प्रतीक्षा करते है। रेल यात्रियों में महिलाएं व बच्चे भी शामिल रहते हैं ऐसे में इनको शौचालय जाने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है या तो पे एंड यूज शौचालय का प्रयोग कर अपनी जेब ढीली करनी पड़ती है या फिर खुले में शौचालय जाना पड़ता है।अनारक्षित टिकट काउंटर से जीआरपी के नजदीक बने शौचालय की दूरी लगभग 400 मीटर की होगी और इस शौचालय के लिए कोई भी साइन बोर्ड स्टेशन पर लगा नजर नहीं आता है।