कमलेश कुमार
मल्लावां में परिवहन विभाग एवं पुलिस की उदासीनता के चलते कस्बे से दर्जनों की संख्या में प्राइवेट कारों से लखनऊ के लिए सवारियां मनमाने किराया वसूलकर ढोई रहीं हैं।इतना ही नहीं कार चालक अधिक कमाई के चक्कर मे सवारियों को ठूंस-ठूंसकर भर लेते हैं। वही रोडवेज की बसें मल्लावां से खाली जा रही हैं जिसके चलते परिवहन विभाग को लाखों रुपए का चूना लग रहा है।
आपको बता दें कि मल्लावां चौराहा से सुबह से लेकर शाम तक प्राइवेट नम्बर की कई लग्जरी कारें मल्लावां से लखनऊ के लिए सवारी ले जाती हैं। कार चालक निर्धारित सवारियों की जगह 4 से 5 सवारियां अधिक बैठा लेते हैं और 130 से 140 रुपये प्रति सवारी तक किराया वसूलते है। वहीं जो रोडवेज बसें मल्लावां से लखनऊ के लिए जाती है वह खाली रहती है, जिससे परिवहन विभाग को लाखों रुपए का नुकसान हो रहा है। ऐसे डग्गामार वाहनो पर विभाग अंकुश नहीं लगा पा रहा है। परिवहन विभाग के चालकों ने बताया कि सुबह के समय जो रोडवेज बस जाती है ,वह खाली जाती है।डग्गामार वाहन चालक सवारी बैठा कर ले जाते हैं।बस चालक राज बहादुर,परिचालक हर्ष देव अग्निहोत्री,अमित पांडेय ने इन डग्गामार वाहनों पर रोक लगाए जाने की मांग की है। इस संबंध में कोतवाल अनिल कुमार सिंह ने बताया कि जानकारी में नहीं है,यदि कोई डग्गामार वाहन पकड़ में आता है तो कार्यवाई की जाएगी।
ज्यादा फेरे के चक्कर मे तेज रफ्तार चलाते
कार चालक लखनऊ तक ज्यादा फेरे के चक्कर मे कार तेज रफ्तार चलाते है। वहीं अगली सीट पर ड्राइवर सहित चार सवारियों होने की वजह से ड्राइवर भी बामुशिक बैठ पाते हैं। ऐसे में यदि जरा सी चूक हो गयी तो बड़ा हादसा हो सकता है। हैरानी की बात यह भी है कि लखनऊ तक इन कारों को कहीं भी रोका टोका नहीं जाता है और ये बेधड़क होकर चलते हैं।