रिपोर्ट: शौर्य
हरदोई के अतरौली क्षेत्र में 6 दिन पहले ढ़िकुन्नी में ई रिक्शा की टक्कर से घायल हुई महिला की मौत के बाद परिजनों ने शव को ढिकुन्नी में बीच सड़क पर रखकर 5 लाख रुपए व दो बीघे खेत का मुआवजा मांगते हुए दोषी पर कड़ी कार्रवाई की मांग करते हुए जमकर हंगामा काटा। अतरौली पुलिस के लोगों को समझाने की नाकाम कोशिश की, सूचना पर पहुंचे सीओ संडीला व तहसीलदार ने मोर्चा संभालते हुए परिजनों को आश्वासन दिया। करीब एक घंटे के बवाल के बाद बीच सड़क से शव को परिजनों ने हटाया।
बता दें कि बीते 28 नवम्बर को ढ़िकुन्नी गांव निवासी विमला 47 सड़क पार करते हुए दवा लेने जा रही थी उसी समय अतरौली की ओर से लापरवाही से लेकर आ रहे ई रिक्शा चालक ने जोरदार टक्कर मार दी निससे विमला बीच सड़क पर ही गिर गई और बुरी तरह घायल हो गयी। परिजन उसे संडीला में प्राथमिक उपचार के बाद ट्रामा सेंटर ले गए जहां मंगलवार की भोर 4 बजे विमला ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। लखनऊ में पीएम होने के बाद शव लेकर परिजन ढिकुन्नी पहुंचे तो शव को बीच सड़क पर रखकर हंगामा काटना शुरू कर दिया। अतरौली थानाध्यक्ष नीरज कुमार ने परिजनों को समझाने का प्रयास किया लेकिन परिजन 5 लाख रुपए सहायता राशि व दो बीघे खेत की मांग करने लगे । उग्र भीड़ को देख पुलिस के हांथ पांव फूल गए। मौके पर पहुंचे सीओ संडीला सतेंद्र सिंह , तहसीलदार आकांक्षा जोशी ने परिजनों की पीड़ा समझते हुए हर संभव मदद का भरोसा दिया तब परिजनों ने शव को सड़क से हटाया ।
गौरतलब है कि बीते 28 नवम्बर को जब विमला हादसे का शिकार हुई थी तो परिजनों ने अतरौली थाने पर तहरीर दी हुई थी लेकिन पुलिस ने मामले में टालमटोल करते हुए एफआईआर से दूरी बना ली थी जिसकी जिल्लत पुलिस को मंगलवार को झेलनी पड़ी , जब सीओ मौके पर पहुंचे परिजन अतरौली पुलिस पर जमकर बरसते हुए कहा एक तो पहले एफआईआर नहीं दर्ज की अब पुलिस जबरदस्ती कर रही है ।
वहीं जब अतरौली पुलिस को सुगबुगाहट लगी कि परिजन बवाल काट सकते हैं तो अतरौली पुलिस ने होशियारी दिखाते हुए गांव के मठाधीशों के सहयोग से मृतका की पुत्री से तहरीर लेकर मंगलवार दोपहर बाद 3 बजकर 5 मिनट पर एफआईआर दर्ज कर वाहवाही लूटने का जुगाड ढूंढ लिया।