शाहाबाद हरदोई। बिलग्राम कस्बे में डीसीएम और टेंपो की टक्कर के बाद हुई 11 लोगों की मौत भी शाहाबाद कोतवाली पुलिस के लिए कोई सबक नहीं बन सकी। पूरे जनपद में टेंपो और टैक्सियों पर लटक कर चलने वाले लोगों को चेकिंग की जा रही है और टेम्पो चालकों के चालान काटे जा रहे हैं। लेकिन शाहाबाद कोतवाली क्षेत्र में कोतवाली के सामने से टेंपो चालक टेंपो पर सवारियां लटका कर फर्राटा भरते हुए नजर आ रहे हैं। तस्वीर में हमारे पाठक साफ देख सकते हैं कि एक ट्राली पर कुछ सवारियां बैठकर जा रही हैं। उनकी बगल से गुजरते हुए टेंपो पर सवारियां पीछे खड़ी है। ऐसे नजारे प्रतिदिन हर मार्ग पर देखने को मिलेंगे। पिछले दिनों बिलग्राम कस्बे में टेंपो और डीसीएम की टक्कर से 11 महिलाओं, पुरुषों और बच्चों की दर्दनाक मौत हो गई थी। मौत के बाद एसपी के आदेश पर पूरे जनपद में टेंपो और टैक्सियों के खिलाफ सघन चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है। टेंपो को निर्धारित सवारी से ज्यादा सवारियां ले जाने पर चालान किया जा रहा है और हिदायत दी जा रही है कि निर्धारित सवारियों से ज्यादा कोई भी टेंपो चालक सवारी नहीं बैठाएगा। लेकिन शाहाबाद कोतवाली क्षेत्र में टेंपो चालकों के ऊपर कोई असर नहीं हुआ। इसका सीधा मतलब यह समझा जाए कि कोतवाली पुलिस ने टेंपो चालकों के खिलाफ चेकिंग अभियान चलाना मुनासिब नहीं समझा। यही वजह है कि शाहाबाद नगर क्षेत्र में पाली, पिहानी, हरदोई, शाहजहांपुर, शिरोमणि नगर, अनगपुर आदि मार्गों पर टेंपो चालक अभी सवारियां लटका कर क्षमता से ज्यादा सवारियां भरकर फर्राटा भरते हुए नजर आ रहे हैं। अधिकांश टेंपो डग्गामारी के रूप में चल रहे हैं। लेकिन एआरटीओ और पुलिस इन पर पूरी तरह से मेहरबान है। क्षमता से ज्यादा सवारियां लाद कर चलने वाले टेंपो अक्सर दुर्घटनाओं का शिकार हो जाते हैं। एक या दो दिन तक पुलिस इन पर कार्रवाई करती है। उसके बाद फिर शांत बैठ जाती है लेकिन बिलग्राम हादसे के बाद शाहाबाद कोतवाली पुलिस ने टेंपो चालकों के खिलाफ कोई भी चेकिंग अभियान नहीं चलाया आखिर वजह क्या है ?
बिलग्राम दुर्घटना के बाद भी नहीं चेती शाहबाद पुलिस
