हरदोई। हार्ट अटैक पहले बड़ी उम्र के लोगों को होता था लेकिन आज युवाओं में को हो रहा है। हार्ट अटैक, स्ट्रोक, हार्ट फेलियर से लाखों लोग असमय ही काल कवलित हो रहे हैं।
शहीद उद्यान स्थित कायाकल्पकेन्द्रम् में विश्व हृदय दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में सीनियर नेचरोपैथ डॉ० राजेश मिश्र ने कहा कि जागरुकता लाने के उद्देश्य से विश्व हृदय दिवस हर साल २९ सितम्बर को मनाया जाता है। उन्होंने कहा अप्राकृतिक जीवन-शैली के कारण हृदय रोग किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकता है, इसलिए कम उम्र से ही सभी लोगों को इससे बचाव का उपाय करना चाहिए। डॉक्टर मिश्र ने कहा कि कारण के बिना कार्य नहीं होता। यदि आहार-विहार ठीक रहे तो हृदय रोग नहीं होगा और यदि हो गया है तो अविलम्ब आहार-शुद्धि करनी होगी, नशे से बचना होगा। कहा अपने चिकित्सक की सलाह से व्यायाम प्रारम्भ करें। व्यायाम शून्यता और व्यायामाधिक्य दोनों ही वर्जित हैं। श्री मिश्र ने तनाव, दबाव और अवसाद से बचने हेतु सत्संग, जप, तप, हवन और ध्यान करने के लिए प्रेरित किया।
डॉ० सरल कुमार ने कहा कि बीपी और कॉलेस्ट्रॉल आदि की समय-समय पर जांच कराते रहें। उन्होंने कहा कि चीनी और बाज़ारू चीजों के सेवन से बचें। अपने घर का ताजा भोजन ग्रहण करें। मादक पदार्थों से दूर रहें। रचनात्मक कार्यों में रुचि लें, इससे मन प्रसन्न रहेगा।
कार्यक्रम में डॉ. श्रुति दिलीरे, डॉ. अभिषेक पाण्डेय, नन्द किशोर सागर, शिवकुमार, नीरज भरद्वाज, बकुल जी, पुनीत गुप्ता, शशि कनौजिया, ज्योति गुप्ता, दीपाली व अन्य उपस्थित रहे।