शाहाबाद हरदोई। मझिला थाना क्षेत्र के ग्राम ररी में एसडीएम सुश्री दीक्षा जोशी ने शिकायत के आधार पर छापेमारी करके एक युवक को फर्जी अस्पताल का संचालन करते हुए पकड़ा। मौके पर अस्पताल का संचालन कर रहे युवक ने अपने को टोडरपुर ब्लाक की 108 एंबुलेंस का एमटी बताया। अवैध रूप से चल रहे अस्पताल को लेकर एसडीएम सुश्री दीक्षा जोशी ने नोडल अधिकारी पंकज मिश्रा और सीएचसी अधीक्षक पिहानी को कार्रवाई के लिए निर्देशित किया है। मझिला थाना क्षेत्र के ग्राम नगरिया निवासी विपिन कुमार ने एसडीएम से शिकायती प्रार्थना पत्र देकर फरियाद की थी। ररी गांव में झोलाछाप अस्पताल संचालक ने गलत इंजेक्शन व दवा दे दी जिससे उसके 60 वर्षीय के पिता की मौत हो गई। इसी शिकायत के आधार पर शुक्रवार को एसडीएम सुश्री दीक्षा जोशी ररी पहुंची और उन्होंने अस्पताल का निरीक्षण किया। एक नवनिर्मित मकान में अस्पताल का संचालन किया जा रहा था। जिसमें हाइलोजन लाइट लगाकर बड़ी संख्या में चारपाइयां डाली गई थी। जिससे स्पष्ट होता था कि चारपाईयों पर मरीजों को भर्ती किया जाता है। अस्पताल में हाइलोजन लाइट लगी हुई थी। अस्पताल का संचालन करते हुए आनंद शर्मा पुत्र रामशरण शर्मा मिला। एसडीएम द्वारा पूछताछ करने पर उक्त युवक ने बताया कि इस अस्पताल का संचालन रवींद्र द्वारा किया जा रहा है वह अपनी पत्नी को इलाज करवाने के लिए बाहर गए हैं। इसलिए वह अस्पताल देख रहा है। युवक ने बताया वह टोडरपुर में 108 एंबुलेंस का एमटी है। और दोनों मिलकर इस अस्पताल का संचालन करते हैं। एसडीएम द्वारा रजिस्ट्रेशन के कागज मांगे गए तो युवक रजिस्ट्रेशन के कागज नहीं दिखा सका उसने अपने 108 एंबुलेंस पर ड्यूटी वाले कागज दिखाएं। बड़ी मात्रा में अस्पताल में प्रतिबंधित एलोपैथिक, आयुर्वेदिक दवाएं भी मिली। एसडीएम ने तत्काल प्रभाव से अस्पताल बंद करा दिया और आवश्यक विधिक कार्रवाई के लिए सीएचसी अधीक्षक पिहानी और नोडल अधिकारी पंकज मिश्रा को निर्देशित किया है। इस मौके पर टोडरपुर सीएचसी के बीडीएस डॉक्टर अपूर्व अवस्थी भी मौजूद रहे। एसडीएम की झोलाछाप डॉक्टर के खिलाफ की गई इस कार्रवाई से झोलाछाप डॉक्टरों में दहशत व्याप्त हो गई है।