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बहराइच के बाद अब हरदोई में भी भेड़िये की दहशत, दो बच्चों व एक मवेशी पर जंगली जानवर का हमला, ग्रामीण बता रहें भेड़िया

बहराइच के बाद अब हरदोई में भी भेड़िये की दहशत, दो बच्चों व एक मवेशी पर जंगली जानवर का हमला, ग्रामीण बता रहें भेड़िया

बहराइच में भेड़िये का आतंक कभी समाप्त नहीं हुआ था कि इसके बाद उत्तर प्रदेश के कई जिलों से भेड़िये के हमल में लोगो के घायल होने की जानकारी सामने आ रही हैं।भेड़िये का आतंक कभी समाप्त नहीं हुआ हैं। उत्तर प्रदेश के कई जिलों से भेड़ियों के हमले की सूचनाओं लगातार सामने आने लगी।भेड़ियों के हमले से एक और जहाँ जिला प्रशासन चिंतित है वहीं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी लगातार बहराइच की गतिविधियों पर नजर बनाए हुए हैं।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आदमखोर हो चुके भेड़िये को देखते ही गोली मारने के भी निर्देश दे दिए हैं। बहराइच के बाद उत्तर प्रदेश के सीतापुर व लखीमपुर में भी भेड़िये के हमले की सूचनाओं सामने आई वहीं अब उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से सटे हरदोई जनपद में भी भेड़िये के हमले की जानकारी सामने आई है। हरदोई में भेड़ियों ने दो बच्चों व एक मवेशी पर हमला कर उन्हें घायल कर दिया।भेड़िये के हमले से दहशत में आए ग्रामीणों ने जिला प्रशासन के अधिकारियों से संपर्क किया लेकिन कोई भी मदद न मिलने पर ग्रामीणों द्वारा खुद ही भेड़िये की तलाश शुरू कर दी हैं।

वन विभाग अब तक नहीं पहुँचा गाँव

हरदोई जनपद के सुरसा थाना क्षेत्र के रामपुर गांव में भेड़िये से दहशत का माहौल ग्रामीणों में व्याप्त हो गया है।रामपुर गांव में किसी जंगली जानवर के हमले से दो सगे भाई और एक मवेशी घायल हो गये। ग्रामीण दो भाइयों व एक मवेशी के घायल होने के पीछे भेड़िये का हमला बता रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि दोनों बच्चों व मवेशी पर भेड़िया ने हमला किया है। रामपुर गांव के रहने वाले भूरा के दो पुत्र निलेश और सचिन पर भेड़िया द्वारा हमले किए जाने का दवा ग्रामीणों द्वारा किया जा रहा है। निलेश पर दिन के समय हमला हुआ जिसको ग्रामीणों ने दौड़ा कर भगाया इसके बाद सचिन पर रात में भेड़िया ने हमला कर दिया वहीं इसी गांव में अखिलेश मिश्रा की भैंस पर भी किसी जंगली जानवर द्वारा हमला किया गया। ग्रामीण इसको भी भेड़िया का हमला बता रहे हैं। ग्रामीणों द्वारा इसकी सूचना प्रशासन को दी जिस पर जिलाधिकारी ने वन विभाग से संपर्क करने का आश्वासन दिया था लेकिन सूचना के बाद भी ना ही वन विभाग का कोई अधिकारी पहुंचा और ना ही वन विभाग के किसी अधिकारी ने ग्रामीणों से संपर्क किया। जिला प्रशासन की उदासीनता को देखते हुए ग्रामीणों ने भेड़िया या जंगली जानवर से निजात पाने के लिए हाथों में डंडा लेकर कांबिंग शुरू कर दी है।

मोहित शर्मा

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