जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह ने जिला पुरुष व महिला चिकित्सालय का औचक निरीक्षण किया। जिलाधिकारी ने पुरुष चिकित्सालय के गेट की फिनिशिंग ठीक न होने पर नाराजगी जताई तथा मुख्य द्वार से कुछ आगे बढ़ने पर उन्होंने खुला मेन होल देखकर तत्काल राजकीय निर्माण निगम से मेन होल ठीक कर उसमे ढक्कन लगवाने के निर्देश दिए और गाड़िया बेतरतीब देखकर नाराजगी जताते हुए उन्होंने गाड़ियों की एक स्थान पर पार्किंग कराने के निर्देश दिए।इसके बाद जिलाधिकारी ने ओपीडी के मरीज पंजीकरण काउंटर व दवा वितरण काउंटर का निरीक्षण किया एवं मरीजों से समस्याओं को लेकर उन्होंने संवाद किया तथा डॉक्टरों को उन्होंने स्पष्ट रूप से निर्देश दिए कि दवाएं बाहर से न लिखी जाएं और मेडिकल कॉलेज प्राचार्य देशदीपक आर्य व सीएमएस जेके वर्मा को निर्देश दिए कि हॉल में एसी लगवाई जाएं और पंजीकरण व दवा लेने आने वाले मरीजों को बैठने के कुर्सियों या बेंच की व्यवस्था की जाये। दंत व शल्य चिकित्सा कक्षों के निरीक्षण के दौरान उन्होंने निर्देश दिए कि प्रत्येक फ्लोर के लिए एक अटेंडेंट तैनात किया जाये जो मरीजों की बैठने आदि की व्यवस्था देखे तथा कमी मिलने पर तत्काल सीएमएस को अवगत कराये।
निर्माणाधीन आईपीडी भवन का निरीक्षण किया
ज़िलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह ने एक्सरे काउंटर का निरीक्षण किया। उन्होंने निर्देश दिए कि एक्सरे के लिए आने वाले मरीजों को उनकी क्रम संख्या की एक पर्ची दी जाये। उसी क्रम संख्या के अनुसार उनका एक्सरे किया जाये ताकि मरीजों को अनावश्यक पंक्ति में लगकर प्रतीक्षा न करना पड़े। इसके बाद उन्होंने निर्माणाधीन आईपीडी भवन का निरीक्षण किया। उन्होंने प्राचार्य को जल्द भवन का हैण्डओवर लेकर कार्य प्रारम्भ करने के निर्देश दिए। इमरजेंसी व पीकू वार्ड के मध्य जल जमाव देखकर उन्होंने सीएमएस को कड़ी फटकार लगायी तथा तत्काल सफाई कराने के निर्देश दिए। पंजीकरण व दवा वितरण केंद्र पर उन्होंने काउंटर बढ़वाने के निर्देश दिए। यहाँ पर उन्होंने कूलर व वाटर कूलर की व्यवस्था करने को कहा।पुरुष चिकित्सालय के निरीक्षण के पश्चात जिला महिला चिकित्सालय पहुंचे। यहाँ सीढियों पर पान व पुड़िया की पीक से होने वाली गन्दगी को लेकर सीएमएस सुबोध कुमार को फटकार लगायी। उन्होंने कहा कि तत्काल गन्दगी साफ करायी जाये तथा दीवारों पर न थूकने व थूकने पर जुर्माना लगने का सन्देश अंकित कराया जाये। अंत में जिलाधिकारी एनआरसी पहुंचे जहाँ उन्होंने भर्ती सैम व मैम बच्चों के अभिभावकों से संवाद किया। उन्होंने कहा कि बच्चों को चार्ट के अनुसार पोषाहार उपलब्ध कराया जाये। अधिक कमजोर बच्चों पर विशेष ध्यान दिया जाये। इस अवसर पर जिला सूचना अधिकारी संतोष कुमार व अन्य सम्बंधित अधिकारी उपस्थित रहे।