हरदोई में गुरुवार की सुबह मेडिकल कॉलेज पहुंचने वाले मरीजों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। अब तक मेडिकल कॉलेज पहुंचने वाले मरिजो व उनके तीमारदारो के वाहन मेडिकल कॉलेज के अंदर तक प्रवेश करते थे लेकिन अचानक बिना किसी पूर्व सूचना के और व्यवस्था के मेडिकल कॉलेज प्रशासन द्वारा दोनों गेटों को वाहनों के लिए बंद कर दिया गया। सुबह जब दूर दराज गांवों से अपने वाहनों से आए मरीज व उनके तीमारदार मेडिकल कॉलेज के गेट पर पहुंचे तब उनके वाहनों को अंदर प्रवेश की अनुमति सुरक्षाकर्मियों द्वारा नहीं दी गई जिसको लेकर गेट पर काफी अफ़रातफ़री का माहौल भी बना रहा। हरदोई जनपद में प्रत्येक दिन लगभग हजारों की संख्या में मरीज व उनके तीमारदार पहुंचते हैं। कई मरीज ऐसे हैं जो पैदल चलकर मेडिकल कॉलेज में नहीं जा सकते उन्हें मेडिकल कॉलेज के अचानक लिए गए फैसले से काफी असुविधा हुई। हरदोई मेडिकल कॉलेज में सुविधाओं का भी अभाव है। मेडिकल कॉलेज के गेट बंद होने के बाद मरीज को पैदल ओपीडी तक चल के जाना पड़ा।मेडिकल कॉलेज प्रशासन द्वारा मरीजों की सुविधा के लिए ना ही गेट पर व्हीलचेयर उपलब्ध कराई गई और ना ही स्ट्रेचर की कोई व्यवस्था नजर आई। आलम यह था कि मेडिकल कॉलेज के दोनों गेटों पर जाम की स्थिति देखने को मिली। इसके साथ ही इस मार्ग पर भी काफी लंबा जाम लग गया। मेडिकल कॉलेज पहुंचने वाले मरीज के तीमारदारों द्वारा मेडिकल कॉलेज गेट पर ही वाहनों को खड़ा कर दिया गया जिसके चलते जाम की स्थिति बनी रही।
ज़िला अधिकारी के निरीक्षण की थी सुगबुगाहट
सुबह 10:00 बजते ही मरीज़ अपने परिजनों के साथ मेडिकल कॉलेज उपचार के लिए पहुंचने लगे लेकिन मेडिकल कॉलेज के दोनों गेट बंद होने से मरीजों में पहले तो थोड़ा संशय हुआ बाद में मरीजो के परिजनों द्वारा जब इस बाबत जानकारी ली गई तो ज्ञात हुआ कि वाहनों को अंदर ले जाने की अनुमति प्रशासन द्वारा नहीं दी जा रही है। बुधवार तक जो वाहन मेडिकल कॉलेज के अंदर प्रवेश करते थे उन्हें अब बाहर खड़ा करने को कहा जा रहा है। मेडिकल कॉलेज प्रशासन द्वारा वाहनों के लिए बाहर ना ही कोई व्यवस्था कराई गई और ना ही कोई अन्य बंदोबस्त किया गया जिससे मेडिकल कॉलेज पहुंचने वाले मरीज व उनके परिजनों को असुविधा से बचाया जा सके। काफी देर तक मरीज के साथ आए तीमारदार द्वारा मेडिकल कॉलेज के सुरक्षाकर्मियों से बात की लेकिन कोई निर्णय नहीं निकला। इसके बाद मरीज के तीमारदारों द्वारा गेट पर ही वाहन को खड़ा कर दिया गया। वाहनों के मेडिकल कॉलेज के दोनों गेटों पर खड़े होने से काफी लंबा जाम लग गया।वाहनो के गेट पर खड़े होने से लगे जाम में एम्बुलेंस भी फांसी हुई नजर आई। एंबुलेंस को निकलवाने में पुलिस और सुरक्षाकर्मियों के पसीने छूट गए। मेडिकल कॉलेज प्रशासन का यह तुगलगी फरमान अचानक आने से अफ़रा तफ़री का माहौल देखने को मिला। जानकार बताते हैं कि गुरुवार को जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह को मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण करना है इसको लेकर मेडिकल कॉलेज प्रशासन द्वारा यह निर्णय लिया गया है हालांकि मेडिकल कॉलेज का कोई भी जिम्मेदार इस बाबत बोलने को कुछ भी राजी नहीं है। कुछ माह पूर्व जिला अधिकारी ने मेडिकल कॉलेज हरदोई का निरीक्षण किया था और अंदर खड़े वाहनों को लेकर नाराजगी व्यक्त किए थी। जिलाधिकारी की नाराजगी से बचने के लिए मेडिकल कॉलेज प्रशासन द्वारा जिलाधिकारी के निरीक्षण से पूर्व दोनों गेटों को बंद कर वाहनों के प्रवेश को प्रतिबंधित कर दिया। इस बाबात जब मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य आर्य देश दीपक से बात करना चाही तो उनके किसी कर्मचारी द्वारा फोन उठाकर मेडिकल कॉलेज प्राचार्य के मीटिंग में होने की बात कह कर फोन को काट दिया गया।