पाली, हरदोई। पाली थाना पुलिस ने गौरव हत्याकांड का खुलासा किया है और दो नामजद अभियुक्तों को गिरफ्तार करके जेल भेजा है। बीती 19 अगस्त की रात को क्षेत्र के हसनापुर गांव में गौरव सिंह की गोली लगने से मौत हो गई थी और उसका शव उसकी प्रेमिका के घर पड़ा मिला था। मृतक के भाई ने गांव निवासी सर्वेश खां और उसके दामाद व पुत्रों के खिलाफ नामजद तहरीर देखकर मुकदमा दर्ज कराया था।
ज्ञात हो कि पाली थाना क्षेत्र के हसनापुर गांव निवासी संतोष सिंह के 28 वर्षीय पुत्र गौरव सिंह की बीती 19 अगस्त की रात को गोली लगने से मौत हो गई थी। गौरव सिंह का शव गांव निवासी सर्वेश का पुत्र कादर के घर पर पड़ा मिला था। सूचना पर अधीक्षक नीरज कुमार जादौन भी मौके पर पहुंचे थे, पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया था। मृतक के भाई ने गांव निवासी सर्वेश खां पुत्र कादर, शाहनूर मयनूर उर्फ शाहरुख, इजाद पुत्रगण सर्वेश खां निवासी ग्राम हसनापुर, करीम पुत्र रतन्ने निवासी ग्राम करीमपुर जनपद शाहजहांपुर के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस मामले में गहनता से जांच पड़ताल कर रही थी, विवेचनात्मक कार्रवाई के दौरान प्राप्त साक्ष्यों के आधार पर नामजद अभियुक्त सर्वेश खां को पुलिस ने गिरफ्तार किया एवं करीम पुत्र रतन्ने को हिरासत में लिया। उल्लेखनीय है कि सर्वेश का पुत्र कादर की नाबालिक पुत्री को मृतक गौरव सिंह भगा ले गया था इसके संबंध में थाने पर अपहरण का मुकदमा भी दर्ज किया गया था। गौरव सिंह को गिरफ्तार करके पुलिस ने जेल भी भेजा था। जेल से जमानत पर छूटने के बाद गौरव सिंह राजस्थान के जयपुर में काम करने चला गया था। लेकिन सर्वेश खां की पुत्री से उसकी फोन पर लगातार बात होती रहती थी। प्रभारी निरीक्षक रमेश चंद्र पांडेय ने बताया कि पिछले एक माह में 122 बार दोनों के बीच फोन से बात हुई। गौरव सिंह अपने दोस्त अमन के साथ बीती 18 अगस्त की दोपहर जयपुर से हरदोई वापस आया। 19 अगस्त की सुबह सर्वेश खां की पुत्री ने उससे चार ने 4 बार फोन करके बात की थी। इसके बाद गौरव अपने दोस्त से मिलकर सर्वेश खां की पुत्री से मिलने रात्रि के समय सर्वेश के घर चला गया। गौरव अपने साथ में तमंचा कारतूस और सिंदूर की डिब्बी लेकर गया था। सर्वेश के घर पहुंच कर वह उसकी पुत्री को बुलाने लगा, जिसका सर्वेश खां ने विरोध किया। कहासुनी के दौरान सर्वेश खां के दामाद करीम ने गौरव सिंह की कमर से तमंचा निकालकर गौरव को गोली मार दी, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। करीम ने तमंचा गौरव सिंह के हाथ के पास रख दिया था और करीम को सर्वेश ने मौके से भगा दिया। सर्वेश ने घटना को छिपाकर मृतक गौरव के घर वालों को सूचना दी की गौरव ने आत्महत्या कर ली है। पुलिस ने फिलहाल सर्वेश खां और उसके दामाद करीम को शनिवार को कोर्ट में पेश किया जहां से उसे दोनों को जेल भेज दिया गया। गिरफ्तारी टीम में निरीक्षक वहीद अहमद, उप निरीक्षक शिव शंकर मिश्रा, कॉन्स्टेबल बृजेंद्र कुमार, दिलीप कुमार शामिल रहे।