हरदोई
हरदोई की लोकसभा मिश्रिख से सांसद अशोक रावत ने सीतापुर जनपद के अधिकारियों की कार्यशैली को लेकर नाराजगी व्यक्ति की है। मिश्रिख सांसद अशोक रावत ने उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को पत्र लिखकर अधिकारियों की शिकायत की है। उत्तर प्रदेश में प्रशासनिक अधिकारियों की जनप्रतिनिधियों को लेकर उदासीनता लगातार चर्चा में है। आए दिन प्रदेश का कोई ना कोई विधायक सांसद अपने अपने जनपद के अधिकारियों की शिकायतें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से लेकर उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से कर रहा है। हरदोई जनपद के गोपामऊ विधानसभा से विधायक श्याम प्रकाश भी अधिकारियों की कार्यशैली से नाराज होकर कई बार सोशल मीडिया पर अपनी सरकार को घेर चुके हैं वही हाल में ही सीतापुर पहुंची उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने भी अधिकारियों की कार्यशैली पर सवाल उठाए और अधिकारियों को जमकर फटकार भी लगाई। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल सीतापुर में हुए वृक्षारोपण कार्यक्रम में सम्मिलित होने पहुंचे थी। इसी कार्यक्रम को लेकर हरदोई की मिश्रिख से लोकसभा सांसद अशोक रावत ने सीतापुर के जिला वानिक अधिकारी को लेकर नाराजगी व्यक्त की है और इसकी शिकायत उत्तर प्रदेश की राज्यपाल से की है।
सांसद बोले रात में मिली सूचना
हरदोई की मिश्रिख लोकसभा से सांसद अशोक रावत ने उत्तर प्रदेश की महामहिम राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को पत्र लिखकर कहा कि लोकसभा मिश्रिख से चौथी बार का सांसद हूं। जनपद सीतापुर में 20 जुलाई को पर्यावरण संरक्षण हेतु वन विभाग के द्वारा आयोजित कार्यक्रम एक वृक्ष मां के नाम में आपका आगमन जनपद सीतापुर में हुआ। जिला वानिक अधिकारी द्वारा इस कार्यक्रम की सूचना 19 जुलाई को रात्रि 10:00 बजे दी गई जिसमें बताया गया कि उत्तर प्रदेश की महामहिम राज्यपाल आनंदीबेन पटेल सम्मिलित होने आ रही हैं। अशोक रावत ने पत्र में कहा कि अधिकारियों द्वारा सूचना समय से न देने के कारण वह स्वागत नहीं कर सके और ना ही कार्यक्रम में सहभागिता ले सके।अशोक रावत ने कहा कि उनके पास सूचना नहीं थी। इसलिए उनके द्वारा एक दिन पूर्व ही पार्टी संगठन के कार्यक्रम निर्धारित करके अन्य कार्यक्रम किया गया। सांसद ने कहा कि जिला वानिक अधिकारी के द्वारा इस तरह के आचरण व्यवहार से उनको अत्यंत कष्ट हुआ है सांसद ने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मांग की है कि इस तरह के संवेदनशीलवा अपने दायित्व के प्रति लापरवाह जिला वानिक अधिकारी के विरोध कठोर कार्रवाई कराई जाने का निर्देश प्रदान करें।संसद के इस पत्र के बाद एक बार फिर सीतापुर से लेकर हरदोई तक हड़कंप मच गया है।उत्तर प्रदेश में बेलगाम हो चुके प्रशासनिक अधिकारी पर कब तक सरकार की ओर से कब सख़्ती बरती जाएगी यह देखने वाली बात होगी।