हरदोई
हरदोई पुलिस अधीक्षक नीरज जादौन ने भ्रष्टाचार के मामले में एक दिन में दूसरी बड़ी कार्यवाही की है।पुलिस अधीक्षक कि कार्यवाही से विभाग में हड़कंप मच गया है। एक दिन में दूसरी कार्यवाही ने प्रभारी निरीक्षक, उप निरीक्षक से लेकर आरक्षी तक को हिला कर रख दिया है। एक और जहां हरदोई पुलिस पर लगातार भ्रष्टाचार के आरोप लगाते आ रहे थे वहीं अब इन पर नए पुलिस अधीक्षक के आते ही कार्यवाही शुरू हो गई है।हरदोई पुलिस बीते कुछ महीनो से पूरी तरह से निरंकुश हो गई थी। शहर कोतवाली से लेकर हरदोई के अधिकतर थानों में बिना वसूली के कोई कार्य नहीं हो रहा था। यहां तक पुलिसकर्मी लोगों पर दबंगई दिखाते हुए मारपीट तक की।कई बार इसके वीडियो और शिकायतें भी अधिकारियों से हुई लेकिन कार्यवाही नहीं हुई थी। हरदोई पुलिस अधीक्षक केशव चंद्र गोस्वामी के तबादले के बाद हरदोई पहुंचे नीरज जादौन ने पदभार ग्रहण किया और भ्रष्टाचार में लिप्त पुलिसकर्मियों पर कार्यवाही शुरू कर कर दी। पुलिस अधीक्षक द्वारा रिश्वत लेने के आरोप में उप निरीक्षक को निलंबित कर सीओ को जांच सौंप दी है।
गौसगंज चौकी प्रभारी निलंबित
पुलिस अधीक्षक नीरज जादौन ने एक दिन में दूसरी बड़ी कार्यवाही करते हुए कासिमपुर थाना के चौकी प्रभारी गौसगंज अभय कुमार सिंह को निलंबित कर दिया है।पुलिस अधीक्षक ने शिकायतकर्ता के प्रकरण में उप निरीक्षक अभय कुमार सिंह द्वारा कोई कार्रवाई न किए जाने एवं शिकायतकर्ता से फोन के माध्यम से अपने फोन पर रुपए ट्रांसफर करवाने के आरोप की जाँच सीओ संडीला के द्वारा कराई गई थी। जांच रिपोर्ट के आधार पर उप निरीक्षक अभय कुमार सिंह दोषी पाए गए जिस पर पुलिस अधीक्षक ने तत्काल प्रभाव से उनका निलंबन कर दिया है और इस पूरे प्रकरण की विस्तृत जांच के लिए सीओ अपराध को निर्देशित कर दिया हैं। पुलिस अधीक्षक द्वारा सीओ अपराध को सात दिवस में जांच पूर्ण कर आख्या देने के निर्देश दिए गए हैं साथ ही पुलिस अधीक्षक ने जनपद के अधिकारी व कर्मचारियों को निर्देशित किया है कि ऐसा कोई भी कार्य न करें जिससे पुलिस विभाग की छवि धूमिल हो।