हरदोई पुलिस अधीक्षक केशव चंद्र गोस्वामी का शनिवार की शाम को लखनऊ एलआईयू एसपी के पद पर तबादला हो गया है। हरदोई जनपद की कमान बिजनौर के पुलिस अधीक्षक नीरज जादौन को सौंपी है। नीरज जादौन रविवार की रात में हरदोई पहुंचे और कार्यभार ग्रहण किया। हरदोई जनपद के लोगों को हरदोई के लिए तेज तर्रार पुलिस अधीक्षक की मांग लगातार कर रहे थे। हरदोई में अपराध चरम सीमा पर हैं लेकिन अब नए एसपी नीरज जादौन के हरदोई का कार्यभार ग्रहण करने के बाद एक ओर माफियाओं, बदमाशों में दहशत है वही पुलिस महकमें में भी हड़कंप मचा हुआ है। अब तक अपनी राजनीतिक पहुंच का फायदा उठाकर कई थानेदार मनचाहा थाना ले ले रहे थे साथ ही कई थानेदारों के तबादले आज तक नहीं हुए। ऐसा माना जा रहा है कि अब हरदोई पुलिस एक बार फिर कुशल पुलिसिंग व्यवस्था करती नजर आएगी। हरदोई के नागरिकों को तत्कालीन पुलिस अधीक्षक अनुराग वत्स का समय व कार्यकाल एक बार फिर देखने को मिल सकता है। हालांकि अब यह देखने वाली बात होगी कि नवांतुक पुलिस अधीक्षक नीरज जादौन हरदोई में कितने दिन तक रुक पाते हैं। हरदोई में पुलिस पर सबसे ज्यादा राजनीतिक दबाव होता है।कई कोतवाल व दरोगा राजनीतिक संरक्षण में जमकर क्षेत्र में अवैध कार्य भी करते हैं और पीड़ितो को न्याय नहीं मिल पाता है
बिजनौर में पुलिस कर्मियों व अपराध करने वाले जनप्रतिनिधियों पर की कार्यवाही
बिजनौर से हरदोई आए पुलिस अधीक्षक नीरज जादौन के विषय में तो सभी जानते ही होंगे। नीरज जादौन ने 22 लाख रुपए के पैकेज की नौकरी छोड़ यूपीएससी की तैयारी की और आईपीएस बने। नीरज जादौन के पिता की हत्या के बाद पुलिस की कार्यशैली से बेहद नाराज नीरज जादौन ने आईपीएस बने।आईपीएस बनने के बाद एक और जहां राजनीतिक दबाव अधिकारियों पर आ जाता है वहीं इन सबसे हटके नीरज जादौन ने कुछ ऐसे कार्य किया कि जहां भी जाते हैं वहां की जनता पुलिस व्यवस्था से और कानून व्यवस्था से खुश हो जाती है। नीरज जादौन ने बिजनौर जनपद के पुलिस अधीक्षक रहते हुए पुलिस कर्मियों पर तो नकेल कसी ही साथ ही राजनीतिक दबाव न मानते हुए जनप्रतिनिधियों के खिलाफ भी अभियोग पंजीकृत कराया। बिजनौर में पुलिस अधीक्षक नीरज जादौन ने 16 महीने का कार्यकाल पूरा किया और इस कार्यकाल में पुलिस कर्मियों पर 15 अभियोग पंजीकृत कराये जबकि 115 पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया। एसपी बिजनौर रहते हुए नीरज जादौन ने 90 पुलिस कर्मियों को लाइन हाजिर किया जबकि 172 पुलिसकर्मियों पर मिस कंडक्ट के कार्यवाही की। पुलिस अधीक्षक नीरज जादौन लगातार पुलिस कर्मियों को कानून की रक्षा की याद दिलाते रहते हैं।बिजनौर में पुलिस अधीक्षक रहते हुए नीरज जादौन ने धामपुर विधायक अशोक राणा व उनके बेटे पर भी मुकदमा दर्ज कराया था।शिवाला कला थाना क्षेत्र में मिक्सर प्लांट में आगजनी तोड़फोड़ के मामले में प्लांट के मैनेजर की तहरीर पर विधायक व विधायक के बेटे के खिलाफ पुलिस अधीक्षक ने मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस अधीक्षक नीरज जादौन के बहादुरी और साहसी के कई किस्से हैं नीरज जादौन ने दिल्ली में हुई आगज़नी व दंगे में दर्जनों लोगों की जान बचाई थी जिसके लिए उन्हें सम्मानित भी किया गया था। नीरज जादौन के हरदोई के पुलिस अधीक्षक पद पर आने के बाद लोगों को हरदोई में कानून व्यवस्था मजबूत होने और निरंकुश हो चुके थानेदारों व सिपाहियों पर अंकुश लगने की उम्मीद जाग गई है