हरदोई– देश में बड़े से बड़े भ्रष्टाचारी लोगों ने बड़ी ही आसानी के साथ फ़र्जीवाडा किया है संसद भवन के हमले में भी लोगों ने फर्जी स्टिकर का प्रयोग किया था। देश में फ़र्ज़ीवाडे पर काफी हद तक लगाम लगाई गई लेकिन पूरी तरह से देश में फर्जीवाड़ नहीं रोक पा रहा है। आए दिन लोग फर्जीवाडे का शिकार हो रहे हैं।ऐसे ही एक नया मामला हरदोई से सामने आया है। जहां शातिर लोगों ने फर्जीवाड़ा कर खनन में पकड़ी गई जेसीबी को छुड़ा लिया। शातिर युवकों द्वारा मजिस्ट्रेट के फर्जी रिलीजिंग ऑर्डर तैयार कर थाने में खड़ी जेसीबी को छुड़ा लिया हालांकि जैसे ही इस बात की भनक पुलिस को लगी पुलिस ने दोबारा जेसीबी को जप्त कर लिया है। पुलिस द्वारा फर्जीवाड़ा करने वाले दो युवकों के खिलाफ मुकदमा भी लिखा है जिनमें से एक की गिरफ्तारी पुलिस ने कर ली है।
एसएसपी ने मामले में दिखाई सख़्ती, अवैध खनन करते पकड़ी गई थी जेसीबी
हरदोई जनपद के कासिमपुर थाना क्षेत्र के तालोली गांव में अवैध खनन की सूचना पर पहुंची राजस्व और खनन विभाग की टीम ने छापेमारी कर मौके से खनन कर रही जेसीबी को जप्त कर लिया था। खनन और राजस्व विभाग द्वारा जप्त की गई जेसीबी को कासिमपुर थाने में खड़ा कर दिया गया था। इस मामले में क्षेत्रीय लेखपाल गरिमा पटेल ने हनीफ अजीम राम प्रकाश राजेंद्र कुमार और राजू के खिलाफ थाने में अभियोग दर्ज कराया था।पुलिस द्वारा अवैध खनन कर रहीं जेसीबी पर कार्रवाई करते हुए उसे सीज कर दिया था। ऐसे में अब जेसीबी न्यायालय के आदेश पर ही रिलीज हो सकती थी। 22 जून को हनीफ और अजीम सीजीएम न्यायालय का रिलीजिंग ऑर्डर लेकर थाने पहुंचे। पुलिस द्वारा रिलीजिंग ऑर्डर मिलने के बाद सीज हुई जेसीबी को रिलीज कर दिया। अजीम और हनीफ जेसीबी को लेकर चले गए जेसीबी रिलीज होने की जानकारी खनन अधिकारी अजीत सिंह को लगी उनके द्वारा एक गोपनीय पत्र से पता चला कि 21 जून का जो आदेश दिखाकर जेसीबी छुड़ाई गई वह फर्जी था। पुलिस के साथ हुए फर्जीवाडे से अपनी साख बचाने के लिए कासिमपुर थाना पुलिस हरकत में आई और अपने निजी संबंधों का प्रयोग करते हुए रिलीज की गई जेसीबी को दोबारा जप्त कर सीज कर दिया गया हालांकि इस मामले को लेकर लगातार कासिमपुर थाना अध्यक्ष मना करते आ रहे हैं कि ऐसा कुछ हुआ। अपर पुलिस अधीक्षक पूर्वी नृपेंद्र कुमार ने इस पूरे प्रकरण पर सख़्ती दिखाते हुए मामले में कासिमपुर थाने के उप निरीक्षक अजय कुमार शुक्ला की तहरीर पर हनीफ और अजीम के खिलाफ धोखाधड़ी आदि की धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कर ली। अपर पुलिस अधीक्षक पूर्वी ने बताया कि प्राथमिक जांच में फर्जी ऑर्डर पर जेसीबी थाने से छोड़ दिए जाने की पुष्टि हुई है। इस प्रकरण में थाना अध्यक्ष से जवाब तलब किया गया है। मामले में हनीफ को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है जबकि दूसरे आरोपी की तलाश की जा रही है।