उत्तर प्रदेश सरकार और उत्तर प्रदेश शासन की ओर से लगातार आने वाले मानसून से पहले सभी नगर पालिकाओं नगर पंचायत को नाली नालों की साफ सफाई के निर्देश दिए गए थे।शासन की ओर से लगभग एक महीने पहले ही सभी नगर पालिका नगर पंचायत को नाले नालियो की साफ सफाई के निर्देश दिए गए थे जिससे कि प्रदेश में जल भराव की समस्या ना हो। हरदोई नगर पालिका को भी नालो और नालियो की साफ सफाई के निर्देश शासन की ओर से प्राप्त हुए थे लेकिन शासन के आदेशों को दरकिनार करते हुए नगर पालिका ने मानसून आने से ठीक पहले हरदोई शहर के कुछ नालों की साफ सफाई तो शुरू की लेकिन समय रहते पूरे शहर के नालों और नालियों की सफाई नहीं हो पाई।शहर के लखनऊ रोड पर नालों की सफाई के बाद नगर पालिका हरदोई द्वारा नाले से निकलने वाली सिल्ट को नाले के बाहर ही छोड़ दिया जिसके चलते शुक्रवार शाम हुई मूसलाधार बारिश से एक बार फिर सिल्ट पानी के साथ वापस नाले में चली गई। ऐसे में नगर पालिका की ओर से लोगों को बारिश से राहत देने के लिए की गई सफाई का कोई महत्व नहीं बचा। हरदोई में हुई झमाझम बारिश ने नगर पालिका द्वारा किए जा रहे कार्यों की कलई खोल के रख दी है। हरदोई नगर पालिका द्वारा ना ही गलियों की नालियों की साफ सफाई कराई गई और ना नही नई गलियों को बनाने का कार्य किया जा रहा है। अधिकांश नाले भी चोक पड़े हैं जिसके चलते थोड़ी सी बरसात में भी नाले नालियां उफना जाते हैं और जल भराव हो जाता है।
लोगो से लेकर अधिकारियों के घर तक में भरा पानी
शुक्रवार शाम हुई झमाझम बारिश में हरदोई शहर को डूबा के रख दिया। क्या अधिकारी और क्या आमजन सभी के घरों में नाली का गंदा पानी घुस गया। एक और जहां शासन प्रशासन नाले नालियों की साफ सफाई के दावे कर रहा था बैठक कर जिम्मेदारों को निर्देशित कर रहा था वही बारिश ने सारे निर्देशों की पोल खोल कर रख दी है। हरदोई शहर का शायद ही कोई मार्ग ऐसा बचा हो जहां घुटनों तक जल भराव ना हो। हरदोई में हुई झमाझम बारिश से हुए जल भराव में अपर पुलिस अधीक्षक के घर में भी पानी घुस गया वहीं कई मोहल्ले में लोगों के घरों में जल भराव देखने को मिला। शहर की अधिकांश गलियां तालाब में तब्दील हो गई यहां से कोचिंग पढ़ने आने जाने वाले छात्र-छात्राओं व नौकरी पेशा लोगो को काफी समस्या का सामना करना पड़ा। शहर का रेलवे गंज पीतांबर गंज,नई बस्ती,कमलाकांत वाली गली, आवास विकास कॉलोनी,नघेटा रोड, जेल रोड, सर्कुलर रोड, सिनेमा रोड समेत अन्य कई मार्ग व गलियां घंटों पानी में डूबे रहे। शहर के रेलवे गंज में बारिश से पहले नगर पालिका की ओर से अब तक नालों की सफाई नहीं कराई गई थी साथ ही शहर के नगर विकास बैंक के पीछे गली में नाली ठीक ना बनी होने से नाली चौक रहती हैं जिससे जल भराव की स्थिति देखने को मिलती है यह गली वार्ड संख्या 23 में आती हैं।जरा सी बारिश में इस वार्ड में जल भराव देखने को मिलता है इस वार्ड की कई वर्षों से ना ही सड़क बनी है और ना ही नाली का निर्माण हुआ है। वार्ड में गैस पाइपलाइन, अमृत योजना के तहत वाटर लाइन तो डाली गई लेकिन उसके बाद दोबारा सड़क का निर्माण नहीं कराया गया बल्कि पैचिंग करके कार्य चला दिया गया है। वार्ड संख्या 23 में अधिकांश घर नीचे हैं ऐसे में लोगों के घर जरा सी बारिश में पानी भर जाता है। लोगों के कमरों तक नाली का गंदा पानी पहुंचता है जिससे लोगों में महामारी फैलने की आशंका बढ़ जाती है।वार्ड संख्या 23 के लोगों का नगर पालिका अध्यक्ष व वार्ड के सभासद पर आक्रोश है लोगों का कहना है कि ना ही सभासद वार्ड की गलियों और सड़कों को लेकर कार्य कर रहा है और ना ही नगर पालिका अध्यक्ष इस बाबत कोई ध्यान दे रहे हैं। नगर पालिका अध्यक्ष सुखसागर मिश्र मधुर को वैसे तो साफ सफाई और स्वच्छता को लेकर बड़ी-बड़ी बातें करते तो सुना जा सकता है लेकिन धरातल पर उनका कितना कार्य हुआ है यह बारिश के चलते हुआ जल भराव समझ सकता है।