शाहाबाद हरदोई। कार्यालय से गायब रहने और सरकारी मीटिंगों में अनुपस्थित रहने के कारण जिला अधिकारी ने खड़े तेवर अपनाते हुए शाहाबाद नगर पालिका परिषद के अधिशासी अधिकारी आर आर अंबेश का जून माह का वेतन रोक दिया है और नोटिस जारी करके तीन दिन के अंदर स्पष्टीकरण देने का निर्देश दिया है। शाहाबाद नगर पालिका परिषद के अधिशासी अधिकारी शाहाबाद मुख्यालय पर न रहकर अपने लखनऊ आवास पर रहते हैं। सप्ताह में मात्र दो बार शाहाबाद में उनका आगमन होता है और विभागीय अभिलेख पर हस्ताक्षर करके चलते बनते हैं। जिला मुख्यालय पर होने वाली मीटिंग्स में भी अधिशासी अधिकारी अक्सर अनुपस्थित रहते हैं। अधिशासी अधिकारी के मुख्यालय पर न रहने की वजह से नगर पालिका परिषद में अपनी समस्याएं लेकर आने वाले फरियादियों को बैरंग लौटना पड़ता है। अधिशासी अधिकारी के कार्यालय में अनुपस्थित होने के बारे में जब भी पालिका के कर्मचारियों से पूछा गया तो हर बार यही उत्तर मिलता है कि अधिशासी अधिकारी मीटिंग में गए हैं। कौन सी मीटिंग में गए हैं ? कहां की मीटिंग में गए हैं ? इसका जवाब कोई भी नगरपालिका का कर्मचारी नहीं दे पाता। अधिशासी अधिकारी उपस्थित पंजिका में प्रतिदिन उपस्थित दिखते हैं। इस संबंध में मीडिया के कुछ कर्मियों ने अधिशासी अधिकारी के कार्यालय का रियलिटी चेक भी किया था उस वक्त अधिशासी अधिकारी को कार्यालय में होना चाहिए लेकिन अधिशासी अधिकारी कार्यालय में नहीं थे। पड़ोस के नगर पालिका अध्यक्ष कार्यालय में कुछ सभासद बैठे हुए थे। रियलिटी चेक के दौरान उन्होंने भी अधिशासी अधिकारी के न मिलने की बात मीडिया कर्मियों से कही थी। जिलाधिकारी ने कड़े तेवर अपनाते हुए अधिशासी अधिकारी का जून माह का वेतन रोका है और 3 दिन के अंदर उनसे स्पष्टीकरण मांगा है। बताया गया है कि 18 जून को नगर पालिका परिषद कार्यालय में अधिशासी अधिकारी गैरहाजिर थे और कार्यालय बंद था। पटल सहायक ने फोन पर बताया कि अधिशासी अधिकारी मुख्यालय पर मौजूद नहीं है। अधिशासी अधिकारी को कई बार मोबाइल मिलाकर बात करने का प्रयास किया गया परंतु अधिशासी अधिकारी का फोन रिसीव नहीं हुआ। शासन के स्पष्ट निर्देश हैं कि सभी अधिकारी तैनाती मुख्यालय पर रहकर जनता से रूबरू होंगे और उनकी समस्याओं का निदान करेंगे। बावजूद इसके शासन के निर्देशों की धज्जियां उड़ाकर अधिशासी अधिकारी आरआर अंबेश लगातार मुख्यालय से गायब रहते और फरियादी दर-दर की ठोकरें खाते हुए घूमते रहते हैं। जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह ने कड़ा रुख अपनाते हुए अधिशासी अधिकारी का जून माह का वेतन रोक दिया है और नोटिस जारी करके तीन दिन के अंदर जवाब मांगा गया है, साथ में चेतावनी भी दी गई है कि अगर जवाब संतोषजनक नहीं है तो रिपोर्ट शासन को भेज दी जाएगी। फिलहाल अधिशासी अधिकारी पर हुई इस कार्रवाई से नगर पालिका के अधिकांश सभासदों और कर्मचारियों ने राहत महसूस की है।