प्रदेश में योगी सरकार बनने के साथ ही प्रदेश को भ्रष्टाचार मुक्त बनाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए थे।मुख्यमंत्री लगातार भ्रष्टाचार को लेकर जीरो टॉलरेंस नीति को अपनाने के निर्देश जारी कर रहे हैं।सीएम के निर्देश के बाद भी जनपद के अधिकारियों में सीएम के आदेशों का कोई भी असर नजर नहीं आ रहा है। आलम यह है कि जनपद के अधिकारी कर्मचारी निर्भीक होकर अवैध वसूली में लगे हुए हैं।हरदोई में पहले भी कई मामले ऐसे आ चुके हैं जहां एंटी करप्शन के टीम द्वारा सरकारी कर्मचारियों को रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है जबकि पुलिस विभाग में तो पुलिस इतनी हाईटेक हो गई है की रिश्वत भी अब ऑनलाइन लेने लगी है।इसकी शिकायत होने पर पुलिस अधीक्षक द्वारा कई सिपाहियों पर कार्रवाई भी की गई है। लगातार एंटी करप्शन की टीम द्वारा की जा रही कार्रवाई का भी अधिकारियों में कोई भय नहीं है। हर काम के लिए अधिकारियों को एक तय रकम चाहिए है। ऐसे ही हरदोई में एंटी करप्शन टीम ने अवैध वसूली करते संविदा कर्मी को गिरफ्तार किया।इसके बाद एंटी करप्शन टीम ने संविदा कर्मी और जेई के विरुद्ध अभियोग पंजीकृत कर दिया है।
नलकूप के इस्तिमेट के लिये माँग रहें थे रिश्वत
मामला पाली थाना क्षेत्र के गजियापुर का है जहां के रहने वाले सोनपाल ने अपने पिता रूप लाल और मां के नाम से निजी नलकूप के लिए दो आवेदन किए थे। नलकूप के आवेदन पर अवर अभियंता संतोष कुमार निषाद में सर्वे के नाम पर सुविधा शुल्क की मांग की जिसे किसान सोनपाल ने दे भी दिया। इसके बाद भी अवर अभियंता द्वारा नलकूप लगाने के लिए एस्टीमेट नहीं बनाया गया। अवर अभियंता द्वारा एस्टीमेट बनाने के लिए प्रति कनेक्शन 18500 की मांग सोनपाल से की गई। अधिकारियों की रिश्वतखोरी से परेशान सोनपाल ने मामले की शिकायत लखनऊ एंटी करप्शन विभाग में की। इसके बाद एंटी करप्शन विभाग के अधिकारी द्वारा सोनपाल से संपर्क किया गया जिसके बाद हरदोई पहुंची एंटी करप्शन टीम का नेतृत्व कर रहा है नूरुल हुदा खान के निर्देशन में रिश्वत की मांग कर लाइनमैन को बुलाया गया जिसके बाद सोनपाल द्वारा संविदा कर्मी लाइनमैन अविनाश कुमार को ₹15000 की रिश्वत दी गई।रिश्वत लेते ही एंटी करप्शन टीम ने लाइनमैन अविनाश कुमार को रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ लिया। एंटी करप्शन की टीम संविदा कर्मी लाइनमैन अविनाश कुमार को शाहाबाद कोतवाली ले आई जहां पर उससे कड़ी पूछताछ की गई जिसमें उसके द्वारा अवर अभियंता संतोष कुमार निषाद के बारे में जानकारी दी। इसके बाद एंटी करप्शन की टीम द्वारा संतोष कुमार निषाद से संपर्क कर थाने बुलाया गया लेकिन कई बार प्रयास के बाद भी और अभियंता थाने नहीं पहुंचे और बाद में अपना मोबाइल भी स्विच ऑफ कर लिया।एंटी करप्शन टीम द्वारा अवर अभियंता संतोष कुमार निषाद और संविदा कर्मी लाइनमैन अविनाश कुमार के विरुद्ध शाहाबाद कोतवाली में अभियोग पंजीकृत करा दिया है।