हरदोई में 13 मई को हुए लोकसभा के चुनाव के बाद भाजपा प्रत्याशी जयप्रकाश रावत और समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी उषा वर्मा के बीच काफी कड़ा मुकाबला माना जा रहा था। क्षेत्र में चर्चाओं का बाजार भी काफी गर्म था। लोग उषा वर्मा की जीत को लेकर काफी आश्वस्त नजर आ रहे थे जबकि कुछ लोग भाजपा के प्रत्याशी जयप्रकाश रावत की जीत को लेकर पूरी तरह से आश्वस्त थे। हरदोई में लोकसभा का चुनाव बुनियादी मुद्दों के साथ पार्टी के प्रत्याशी को लेकर भी देखा जा रहा था। हालांकि हरदोई का कोई भी चुनाव हो यहां किंग मेकर की भूमिका में हरदोई के क़द्दावर नेता नरेश अग्रवाल को माना जाता है। नरेश अग्रवाल ने भाजपा प्रत्याशी जयप्रकाश रावत को जिताने में कोई कोर कसर बाकी नहीं रखी थी। क्षेत्र में चर्चा थी कि इस बार जो भी हार जीत होगी वह 15 से 25 हज़ार तक होगी। 4 जून को मतगणना शुरू होने के साथ ही हरदोई लोकसभा से भाजपा प्रत्याशी जयप्रकाश रावत ने बढ़त बनाई तो लेकिन यह बढ़त कोई राहत देने वाली नहीं नजर आ रही थी। जयप्रकाश रावत और उषा वर्मा के बीच लगातार उतार चढ़ाव देखने को मिला।हरदोई लोकसभा में आने वाली पाँच विधानसभा में से तीन विधानसभा में भाजपा प्रत्याशी को हार देखने को मिली।
उच्च शिक्षा मंत्री के भी विधानभवन क्षेत्र में हारे भाजपा प्रत्याशी
हरदोई लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत पांच विधानसभा आते हैं।4 जून को सुबह पोस्टल वैलेट के बाद जब ईवीएम खुलना शुरू हुई तो समर्थकों की धड़कनें बढ़ गई। भाजपा प्रत्याशी जयप्रकाश रावत ने बढ़त तो बनाई लेकिन वह बढ़त कोई मायने नहीं रख रही थी।तीन विधानसभा में भाजपा प्रत्याशी सपा प्रत्याशी से पीछे रहें। भाजपा प्रत्याशी को लेकर इस बार हरदोई जनपद के लोगों में काफी नाराज़गी भी थी। ऐसे में समाजवादी पार्टी इस बात को लेकर पूरी तरीके से आश्वस्त थी लेकिन समाजवादी पार्टी के मंसूबों पर सवायजपुर और सदर विधानसभा ने पानी फेरने का काम कर दिया। मतगणना स्थल पर जब सवायजपुर विधानसभा से ईवीएम से मतगणना शुरू हुई तो भाजपा प्रत्याशी जयप्रकाश रावत ने उषा वर्मा पर बढ़त बनाना शुरू कर दिया। सवाजपुर विधानसभा के बाद हरदोई सदर विधानसभा जो की नरेश अग्रवाल और प्रदेश में आबकारी मंत्री नितिन अग्रवाल की विधानसभा है यहां से भी भाजपा प्रत्याशी जयप्रकाश रावत ने भारी बढ़त बना ली। इसके बाद जयप्रकाश रावत ने पीछे मुड़कर नहीं देखा। हालांकि बीच में बढ़त 2 से 3000 तक नीचे आई लेकिन एक बार फिर बढ़त बढ़ी और अंत में भाजपा प्रत्याशी 27855 वोटो से जीत गए। भाजपा प्रत्याशी जयप्रकाश रावत ने हरदोई सदर विधानसभा से 24068 वोट से बढ़त बनाई और सवाजपुर से 19005 वोटो की मिली बढ़त ने जयप्रकाश रावत को जीत दिलाई। हरदोई सदर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी जयप्रकाश को 1,11,932 वोट प्राप्त हुए जबकि समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी उषा वर्मा को 87864 वोट मिले यहां से भाजपा प्रत्याशी को 24068 वोटो की बढ़त मिली थी जिसके बाद सवायजपुर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी जयप्रकाश को निर्णायक बढ़त मिली जयप्रकाश रावत को सवाजपुर विधानसभा क्षेत्र से 1,12,097 वोट प्राप्त हुए सवायजपुर से सपा प्रत्याशी उषा वर्मा को 93,092 वोट मिले यहां से जयप्रकाश को 19,005 वोटो के समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी शिकस्त दी।भाजपा प्रत्याशी को शाहबाद विधानसभा क्षेत्र जो कि उत्तर प्रदेश सरकार में उच्च शिक्षा राज्य मंत्री का विधानसभा क्षेत्र यहां से जयप्रकाश रावत का सपा प्रत्याशी उषा वर्मा से कड़ा मुकाबला रहा।इस विधानसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी को 91,973 वोट मिले जबकि सपा प्रत्याशी उषा वर्मा को 97,948 वोट प्राप्त हुए।शाहबाद विधानसभा क्षेत्र से समाजवादी पार्टी प्रत्याशी उषा वर्मा को बढ़त रही।शाहाबाद विधानसभा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनसभा भी की थी। सांडी विधानसभा क्षेत्र में भी भाजपा प्रत्याशी जयप्रकाश रावत को हार का सामना करना पड़ा। सांडी विधानसभा क्षेत्र समाजवादी पार्टी प्रत्याशी उषा वर्मा का क्षेत्र कहा जाता है हालांकि इस विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के विधायक आशीष सिंह आशु है यहां पर भाजपा प्रत्याशी जय प्रकाश रावत को 80,125 वोट मिले जबकि सपा प्रत्याशी उषा वर्मा को 86,284 वोट प्राप्त हुए। यहां भी उषा वर्मा का वर्चस्व बना रहा। हरदोई जनपद के सबसे चर्चित विधायक श्याम प्रकाश की विधानसभा क्षेत्र गोपामऊ में भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी को समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी उषा वर्मा से कम वोट प्राप्त हुए। इस सीट पर भाजपा प्रत्याशी को 89,087 वोट प्राप्त हुए जबकि समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी उषा वर्मा को 91,771 वोट प्राप्त हुए। लोकसभा तक पहुंचने में हरदोई सदर और सवाजपुर विधानसभा क्षेत्र का बहुत बड़ा योगदान रहा है।