हरदोई रेलवे स्टेशन पर पानी की टंकी पर चढ़े युवक का आखिरकार बीती रात हाई वोल्टेज ड्रामा पानी की टंकी से नीचे गिरने पर समाप्त हो गया। युवक जिला अस्पताल में भर्ती है जिसका उपचार जारी है। पानी की टंकी पर युवक के चढ़ने से जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन के गर्मी में पसीने छूट गए। हरदोई रेलवे स्टेशन के जिम्मेदारों की लापरवाही का नतीजा यह है पुलिस प्रशासन के पसीने छूट हैं। हरदोई रेलवे स्टेशन पर बनी पानी की टंकी की चार दिवारी और मुख्य गेट काफी नीचा है। मुख्य गेट को कोई भी व्यक्ति हाथ डालकर खोल सकता है साथ ही चार दिवारी को भी फ़ाँद कर कोई भी शख्स पानी की टंकी के ऊपर पहुंच सकता है जिस स्थान पर यह पानी की टंकी बनी है वहीं पर आरक्षित और अनारक्षित टिकट काउंटर है जहां से टिकट लेने के लिए प्रतिदिन हजारों की संख्या में रेल यात्री मौजूद रहते हैं।रविवार को पानी की टंकी पर चढ़े युवक द्वारा ऊपर से पथराव किया गया था रविवार होने के चलते आरक्षित काउंटर बंद था जिसके चलते स्टेशन पर यात्रियों की भीड़ कम थी।सवाल यह है कि जब हरदोई रेलवे स्टेशन पर निर्माण हुआ तो इस बात का ध्यान क्यों नहीं जिम्मेदारों द्वारा रखा गया था।
पानी की टंकी के पास है मालगोदाम यहाँ भी हो चुका है हादसा लेकिन अब तक नहीं जागे ज़िम्मेदार
पानी की टंकी पर युवक के चढ़ने के मामले में कहीं ना कहीं रेल अधिकारियों की बड़ी लापरवाही निकलकर सामने आ रही है।रेल अधिकारियों की लापरवाही के चलते युवक पानी की टंकी पर चढ़ने में सफल हुआ। आपको बताते चले कि जहां पर पानी की टंकी बनी है वहां से कुछ ही दूरी पर माल गोदाम की साइडिंग है जहां कुछ वर्ष पहले एक किशोर द्वारा गिल्ली उठाने के लिए मालगाड़ी पर चढ़ गया था जिसकी हाइटेंशन तार से चिपकने से दर्दनाक मौत हो गई थी जिसके बाद मंडल के रेल अधिकारियों की नींद टूटी थी और हरदोई रेलवे स्टेशन का निरीक्षण कर माल गोदाम के साइडिंग की और बाउर्ण्ड्री वाल कराने के निर्देश दिए गए थे लेकिन आज तक हरदोई रेलवे स्टेशन के जिम्मेदारों द्वारा ना ही माल गोदाम की ओर जाने वाली साइडिंग पर बाउंड्री वाल बनाई गईं और ना ही कोई अन्य व्यवस्था की है। डीआरएम ऑफिस से लेकर हरदोई के जिम्मेदार अगर अब भी नहीं जागे तो आने वाले दिनों में एक बार फिर कोई ना कोई व्यक्ति पानी की टंकी पर चढ़कर मनमानी करता नजर आ सकता है साथ ही माल गोदाम स्थित साइडिंग पर बाउंड्री वाल न होने से कभी भी कोई भी यात्री, मानसिक विक्षिप्त व्यक्ति या किशोर हादसे का शिकार हो सकता है। जिस स्थान पर माल गोदाम की साइडिंग है और पानी की टंकी है वहां प्रतिदिन हजारों की संख्या में यात्रियों का आवागमन होता है। अब देखने वाली बात यह होगी कि रविवार को हुए इस हादसे के बाद डीआरएम ऑफिस से लेकर हरदोई के अधिकारियों की नींद टूटती है और दोबारा ऐसी घटना ना हो इसके लिए क्या प्रयास किए जाते है या यू ही राम भरोसे हरदोई स्टेशन की व्यवस्थाएँ चलती रहेंगी।जब अधिकारियों से सवाल किया जाता है तो ज़िम्मेदार हर कार्य अमृत भारत स्टेशन योजना में कराये जाने की बात कह देते है।