कछौना, हरदोई। वर्तमान समय में भीषण गर्मी के कारण आम जनमानस व पशु पक्षियों का जीवन बेहाल है। विकास के नाम पर अंधाधुंध पेड़ों के कटान की वजह से पर्यावरण काफी प्रभावित हुआ है। गर्मी के कारण शरीर में कई बदलाव आ जाते हैं, जैसे तेज बुखार, बार-बार मुंह सूखना, सिर चकराना, डायरिया, लू-लगना, शरीर में अचानक दर्द, ऐंठन में दर्द आदि लक्षणों की वजह से प्रभावित होते हैं। लू से थोड़ी सी सावधानी से बचाव किया जा सकता है, कोई समस्या होने पर तत्काल इमरजेंसी एंबुलेंस 108 पर कॉल करें। नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर भर्ती कराएं। इस मौसम में शरीर को हाईटेक रखना, यानी पानी की कमी न होने दे। पानी के साथ इलेक्ट्रोलाइट लेते रहे। पसीना अधिक आने पर नमक व चीनी का घोल व ओआरएस का सेवन करें। बच्चों व बुजुर्गों का विशेष ध्यान दें। खान-पान पर विशेष ध्यान दें। गर्मी से बचने के लिए सतू को पानी में घोलकर पिया जा सके। इस मौसम में ठंडी तासीर और चिकनाई वाली चीजों का सेवन ज्यादा करना चाहिए। इसके लिए सतू का शरबत, दूध, चावल की ठंडी छाछ, लस्सी, आम पन्ना, नारियल पानी, नींबू पानी, ककड़ी, तरबूज मौसमी फलों का रस पुदीना आदि का सेवन करें। गर्मी में पाचन शक्ति काफी कमजोर हो जाती है। तले भुने मसालेदार भोजन से बचे, दुनिया में मौसम काफी गरम होने के साथ अपने खान-पान को जरूरत के साथ बदलने और सेहतमंद बने। गर्मी में घर से बाहर न निकले। सफेद या हल्के रंग के सूती कपड़े पहने। प्यास की इच्छा न होने पर भी बार-बार पानी पिए। धूप में खाली पेट न निकले। प्रभारी अधीक्षक डॉक्टर किसलय वाजपेई ने बताया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर ओआरएस और तरल पदार्थ का पर्याप्त स्टॉक की व्यवस्था है। लोगों में जागरूकता के लिए व्यापक प्रचार प्रसार किया जा रहा है।