शाहाबाद हरदोई। स्थाई संविदा व ठेका सफाई कर्मचारी संघ उत्तर प्रदेश के तत्वाधान में सफाई कर्मियों की समस्याओं को लेकर 18 सूत्रीय ज्ञापन नगर पालिका जन्म मृत्यु पंजीयन अधिकारी को दिया गया। नगर पालिका परिषद् में पिछले कई वर्षों से स्थाई संविदा, ठेका व सफाई कर्मचारियों की जटिल समस्याएं चली आ रही है जिनका निराकरण नगर पालिका प्रशासन द्वारा आज तक नहीं किया गया। संविदा सफाई कर्मचारियों की एक वर्ष की संतोषजनक सेवा पर 100 रुपए वार्षिक पारिश्रमिक वृद्धि देय थी, किंतु वार्षिक वृद्धि नहीं दी गई। 16 फ़रवरी 2009 को जारी शासनादेश में रू० 100 प्रतिदिन हिसाब से वेतन भुगतान निर्धारित किया गया था। जिसका अनुपालन नहीं किया गया। ज्ञापन में 26 नवंबर 2010 को जारी शासनादेश में रू० 120 प्रतिदिन के हिसाब से वेतन भुगतान निर्धारित किया गया जिसका अनुपालन नहीं किया गया, 31 जुलाई 2014 को जारी शासनादेश के अनुसार शासन में स्वीकृति प्रदान होने के बाद पुनरीक्षित वेतन भुगतान किया जाना था किंतु समय पर वेतन भुगतान नहीं किया गया, सविदा सफाई कर्मचारियों को राज्य कर्मचारियों के बराबर जनवरी व जुलाई के माह में परिवर्तनीय महंगाई भत्ता लगना था जो समय पर महंगाई भन्ना नहीं लगाया गया, स्थाई सफाई कर्मचारियों का एसीपी एरियर का भुगतान कितना जी०पी०एफ० में किया गया है और कितना नगद किया गया है तथा जिन कर्मचारियों का भुगतान बाकी है उसकी धनराशि का लिखित ब्यौरा प्रत्येक स्थाई सफाई कर्मचारी को दिया जाए। स्थाई सफाई कर्मचारियों का सातवें वेतनमान का लाभ कितनी धनराशि जी०पी०एफ० में जमा की गई है और कितनी धनराशि नगद भुगतान की गई है, स्थाई सफाई कर्मचारियों का पीएफ के नाम पर प्रतिमाह की जाने वाली कटौती दौरान ए मर्विस का संपूर्ण विवरण प्रत्येक स्थाई सफाई कर्मचारी को दिया जाए। स्थाई सफाई कर्मचारियों का दिए जाने वाला बोनस का लिखित विवरण उपलब्ध कराया जाए।बिन्दु सं० 1 से लेकर 11 तक एरियर के सम्बन्ध में है निष्पक्ष जाँच कर कमर्चारियों को एरियर भुगतान किया जाये ।सफाई कमर्चारियों से जो अतिरिक्त सफाई कार्य लिया जा रहा है, उसको बंद कर अतिरिक्त कार्य के लिए कर्मचारी बढ़ाये जाये । समस्त सविदा व ठेका सफाई कर्मचारियों को उ०प्र० सरकार द्वारा जार शासनादेश के अनुसार सफाई उपकरण उपलब्ध कराये जाये | जैसे- झाडू, पल्ला लाठी, फावड़ा आदि।समस्त ठेका सफाई कर्मचारियों को जारी शासनादेश के अनुसार 567 रू प्रति दिन के हिसाब से भुगतान किया जाय।