पाली, हरदोई। पाली थाना क्षेत्र में गर्रा नदी में युवती का शव उतराता हुआ मिला था, शव की शिनाख्त कस्बे के मोहल्ला निवासी युवती के रूप में हुई। पुलिस ने परिजनों एवं मोहल्ले वासियों से पूछताछ की जिसमें पता चला कि युवती के गलत आचरण के कारण सौतेले पिता और ताऊ ने मारपीट की, जिससे क्षुब्ध होकर युवती ने गर्रा नदी में कूद कर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने मोहल्ला निवासी चौकीदार की तहरीर के आधार पर युवती के सौतेले पिता और ताऊ के खिलाफ आत्महत्या के लिए प्रेरित करने का मुकदमा दर्ज किया है।
पाली कस्बे के एक मोहल्ला निवासी चौकीदार राम अवतार ने थाने में तहरीर में बताया कि उसके मोहल्ला निवासी व्यक्ति की दो पत्नियों की बीमारी से मृत्यु हो गई थी, तीसरी शादी करीब 12 साल पहले उसने शाहजहांपुर निवासी एक विधवा महिला से की थी, महिला के पति की भी मृत्यु हो चुकी है। शादी के बाद महिला अपनी दो पुत्रियों के साथ पाली नगर में आकर रहने लगी। दोनों लड़कियां बड़ी हो गईं, जिनको सौतेला पिता मारपीट कर प्रताड़ित करने लगा, क्योंकि दोनों लड़कियां उसकी नहीं हैं। इधर कुछ दिनों से उसकी छोटी पुत्री पर कुछ लड़कों से बात करने का आरोप लगाकर सौतेला पिता मारपीट कर ज्यादा प्रताड़ित करने लगा। पता चला कि श्याम कुशवाह निवासी ग्राम पलिया थाना हरपालपुर व नीशू कुशवाहा निवासी कस्बा पाली से छोटी पुत्री बात करती थी, जिसके पास तीन-चार मोबाइल भी मिले। इस वजह से सौतेले पिता ने अपने बड़े भाई के साथ मिलकर बीती 25 अप्रैल की शाम को छोटी पुत्री को काफी मारा पीटा और प्रताड़ित किया जिसकी जानकारी मोहल्ले वासियों को भी हुई। प्रताड़ना से तंग आकर युवती ने गर्रा नदी में कूद कर आत्महत्या कर ली। परिजनों ने मामले की सूचना किसी को नहीं दी। इसके बाद रविवार को युवती का शव गर्रा नदी में उतरता हुआ ग्रामीणों को दिखाई दिया, ग्रामीणों ने जिसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था और काफी कोशिश के बाद शव की शिनाख्त की। मंगलवार को पाली थाने के प्रभारी निरीक्षक अरविंद कुमार राय ने बताया कि चौकीदार की तहरीर के आधार पर सौतेले पिता और ताऊ के खिलाफ आत्महत्या के लिए प्रेरित करने का मुकदमा दर्ज किया गया है। मामले में अन्य विधिक कार्रवाई की जा रही है।