हरदोई
लोकसभा चुनाव में कई मामले ऐसे आ रहे हैं जो क्षेत्र में चर्चा का विषय बन रहे हैं। कई प्रत्याशियों को संसद भवन तक पहुंचाने की चाहत ऐसी है कि अब तक कई बार नामांकन कर चुके हैं।देश में चुनाव एक पर्व के रूप में मनाया जाता है। लोकतंत्र में सबको चुनाव लड़ने का अधिकार है।ऐसे में कई बार कुछ ऐसे प्रत्याशी मैदान में उतरते हैं जो सबको हैरान कर देते हैं।हरदोई के मिश्रिख लोकसभा सीट पर एक तरफ जहां पति-पत्नी दोनों आमने-सामने है वही हरदोई लोकसभा में एक ऐसा प्रत्याशी निकल कर सामने आया है जो इस बार भी लोकसभा चुनाव को लेकर अपना नामांकन पत्र दाखिल करने कलेक्ट्रेट पहुँच गया। यह शख्स इस बार 15 वा नामांकन कर रहा है।इससे पहले विधानसभा का चुनाव हो या लोकसभा का या फिर प्रधानी का यह शख्स हर चुनाव में अपना नामांकन पत्र दाखिल करता है।इस बार भी लोकसभा चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में इस व्यक्ति ने अपना नामांकन दाखिल किया।
साइकिल से चलता है निर्दलीय प्रत्याशी
हरदोई शहर के मन्ना पुरवा से रहने वाले 73 वर्षीय शिवकुमार को चुनाव जीतने की चाहत ऐसी है कि हर चुनाव में वह अपना नामांकन करते हैं। चुनाव चाहे जिला पंचायती का हो या प्रधानी का या फिर विधानसभा या लोकसभा का हर किसी में अपना नामांकन दाखिल करते हैं और मेहनत के साथ चुनाव लड़ते भी है। इस बार एक बार फिर लोकसभा चुनाव में शिवकुमार मैदान में है। शिव कुमार ने कलेक्टर पहुंच कर जिलाधिकारी को अपना नामांकन पत्र सौपा। शिवकुमार ने अपने नामांकन पत्र में बताया कि वह ₹3000 की साइकिल से चलते हैं उनके पास पीएनबी वंशी नगर में 1472 रुपए खाते में है वही स्टेट बैंक आफ इंडिया के खाते में ₹14000 हैं।शिवकुमार के पास डेढ़ बीघा कृषि योग्य भूमि है व मन्ना पुरवा में आवासीय भूमि है। शिव कुमार ने अपना व्यवसाय कृषि बताया है। 73 वर्षीय शिवकुमार साइकिल पर चलकर लोगों से वोट देने की अपील करते हैं। शिव कुमार ने वर्ष 2009 में लोकसभा चुनाव लड़ा था जिसमें उन्हें 13000 वोट मिले थे, वर्ष 2014 में 4737 वोट मिले थे जबकि 2019 में 5043 वोट मिला था ।सबसे खास बात यह है कि निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में खड़े हुए शिवकुमार को अन्य निर्दलीय प्रत्याशियों की अपेक्षा सबसे अधिक वोट प्राप्त होता है।शिवकुमार पांच विधानसभा व 3 बार लोकसभा का चुनाव लड़ चुके हैं इसके साथ ही कई प्रधानी और जिला पंचायती के चुनाव की शिवकुमार लड़ चुके हैं। क्षेत्र के लोग शिवकुमार को नेताजी कहकर बुलाते हैं। शिव कुमार की इच्छा है कि वह लोकसभा का चुनाव जीते हैं और क्षेत्र के लोगों की सेवा करें।