हरदोई। अस्तित्व फाउंडेशन ने जेल में शिविर लगा कर वहां की महिला बंदियों को मानसिक परामर्श दिलाया और उन्हे कौशल विकास कार्यक्रम से जोड़ा। फाउंडेशन ने शनिवार को
ज़िला जेल में 33 महिला बंदियों के लिए मानसिक परामर्श एवं कौशल विकास कार्यक्रम के तहत उन्हे मानसिक स्वास्थ्य के मामले में सहायता प्रदान की और उन्हें विभिन्न कौशलों का परिचय दिया जाएगा जो उन्हें उनके भविष्य में स्वतंत्र और सकारात्मक जीवन के लिए समर्थ बना सकें।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि जेल अधीक्षक सतीश चन्द्र त्रिपाठी,विशिष्ट अतिथि जेलर संजय कुमार सिंह व डिप्टी जेलर सुश्री मिथिलेश भदौरिया को स्मृति चिन्ह एवं पौधे देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में एमिटी इंस्टीट्यूट ऑफ़ रिहैबिलिटेशन साइंसेज की सहायक प्रो. नीलम बंसल ने संवासिनियों से सकारात्मक संवाद किया और उन्हे मानसिक परामर्श दिया। उसके बाद कौशल विकास कार्यक्रम के तहत रचनात्मक कार्य का आयोजन डा.प्रिया गुप्ता,एमिटी स्कूल ऑफ फाइन आर्ट्स द्वारा किया गया। इस अवसर पर फाउंडेशन द्वारा महिला बंदियों के बच्चों को खिलौने दिए और रिफ्रेशमेंट वितरण का मुकम्मल बंदोबस्त कराया गया। इस दौरान फाउंडेशन की अध्यक्ष ऋचा गुप्ता ने बताया कि महिलाओं को स्वतंत्र एवं सशक्त बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है और उन्हे गर्व है कि वे इस प्रयास में सक्रिय रूप से भाग ले रहीं हैं। कार्यक्रम में जेल का स्टाफ, पूजा गुप्ता, राष्ट्रीय सचिव, जय भोले सेवा समिति और अस्तित्व की उपाध्यक्ष कार्तिका माथुर व टीम के सदस्य लक्ष्मी, संध्या, श्यामा, पुष्पा, मीनाक्षी का महत्वपूर्ण योगदान रहा।