रेल ट्रैक किनारे रहने वाला एक मासूम बच्चा खेलते खेलते ट्रैक पर खड़ी मालगाड़ी पर चढ़ गया इसके बाद मालगाड़ी चल दी और बच्चा वापस नीचे नहीं उतर पाया। ट्रेन को हरदोई में रोक कर बच्चों को सकुशल रेलवे सुरक्षा बल के जवानों द्वारा उतर गया। इसके बाद बच्चे से नाम पता पूछने के बाद बच्चे को चाइल्ड केयर हरदोई के सुपुर्द कर दिया गया है। बच्चों ने लगभग 100 किलोमीटर का सफर मालगाड़ी के दो पहियों के बीच में बैठकर तय किया। बच्चों को जब रेलवे सुरक्षा बल हरदोई में रेस्क्यू किया तब बच्चा डरा सहमा हुआ था।बच्चे के ऊपर कालिख लगी हुई थी। इसके बाद रेलवे सुरक्षा बल द्वारा बच्चे को नहला धुलाकर भोजन कराया गया और बच्चे से उसके विषय में जानकारी प्राप्त की गई। रेलवे के इस कार्य की लोगों ने जमकर सरहाना भी की। देखा गया है कि रेलवे ट्रैक के किनारे रहने वाले बच्चे खेल-खेल में ट्रेन पर चढ़ जाते हैं और ट्रेन चल देती है। ऐसे में कई बार इस तरह के मामले सामने आ चुके हैं। रेलवे लगातार रेल ट्रैक के किनारे रहने वाले लोगों को रेल ट्रैक पर न बैठने रेल ट्रैक के किनारे वाहनों को न खड़ा करने के साथ खड़ी हुई ट्रेन पर न चढ़ने को लेकर जागरूक करती रहती है।
रेल कर्मी की पड़ी थी नज़र, लखनऊ का रहने वाला है बच्चा
लखनऊ से रोजा जा रही मालगाड़ी के नीचे दोनों पहियों के बीच की जगह पर एक बच्चा बैठ गया और ट्रेन चल पड़ी। लखनऊ से हरदोई तक बच्चा आ गया। इसी बीच रेलवे कार्मिक को चेकिंग के दौरान बच्चा दिख गया जिसकी सूचना हरदोई रेलवे सुरक्षा बल को दी गई।रेलवे सुरक्षा बल द्वारा हरदोई रेलवे स्टेशन पर मालगाड़ी को रुकवाकर बच्चे का रेस्क्यू किया गया। बच्चे को रेलवे सुरक्षा बल द्वारा सकुशल मालगाड़ी के डिब्बे के बीच से निकालकर रेलवे सुरक्षा बल हरदोई पोस्ट पर लाया गया।बच्चे ने पूछताछ के दौरान अपना नाम अजय पिता पूरन निवासी बालाजी मंदिर राजाजीपुरम आलमनगर लखनऊ का रहने वाला बताया।बच्चे ने बताया कि उसकी मां छोड़कर कहीं चली गई है। बच्चा अपने पिता के साथ भीख मांग कर जीवन व्यापन करता है।बच्चे ने बताया कि अकेले खेलते खेलते पड़ोस में खड़ी मालगाड़ी के नीचे खाली जगह में बैठ गया और इतने मे ट्रेन चल पड़ी। रेलवे सुरक्षा बल द्वारा मालगाड़ी में बैठकर आए बच्चे को नहला कर भोजन कराया और मामले की जानकारी चाइल्ड हेल्पलाइन को दी।रेलवे सुरक्षा बल द्वारा बच्चों को बाल कल्याण समिति में पेश किया गया जिसके बाद बच्चे को बाल सुधार गृह में रखने के आदेश जारी किए गए। बच्चा चाइल्ड हेल्पलाइन के प्रोजेक्ट कोऑर्डिनेटर अनूप तिवारी व टीम सहित बच्चों को बाल गृह पहुंचाया जाएगा और बच्चे की सुरक्षा और संरक्षण हेतु बाल कल्याण समिति निर्णय लेगी।रेलवे सुरक्षा बल द्वारा की गई इस कार्यवाही की क्षेत्र में जमकर प्रशंसा की जा रही है।