हरदोई के जिला कारागार में बंद एक कैदी ने संदिग्ध परिस्थितियों में फांसी लगा ली है।फांसी लगाई जाने की सूचना मिलते ही जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया। आनन फ़ानन में जेल की एंबुलेंस से कैदी को लेकर हरदोई मेडिकल कॉलेज के इमरजेंसी विभाग में ले जाया गया जहां उसकी हालत स्थिर बनी हुई है। डॉक्टरों द्वारा कैदी को प्राथमिक उपचार देने के बाद उसको लखनऊ रेफर कर दिया गया है।घटना की जानकारी लगते ही जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया। फिलहाल मामले में अभी जेल प्रशासन कुछ भी बोलने को राजी नहीं है। इससे पहले भी जेल में संदिग्ध परिस्थितियों में एक कैदी की मौत हो चुकी है।कैदी को पेट दर्द की शिकायत थी जिसके बाद उसे अस्पताल लाया गया था जहां उसकी मौत हो गई थी। ऐसे में हरदोई का जिला कारागार लगातार सवालों के घेरे में भी है। सवाल यह भी है कि जेल के अंदर कड़ी सुरक्षा होने के बावजूद कैदी ने कैसे फांसी लगा ली।
संदिग्ध परिस्थितियों में जिला कारागार में फांसी लगाने के बाद उपचार के लिए मेडिकल कॉलेज पहुंचे कैदी को डॉक्टर द्वारा प्राथमिक उपचार दिया गया।डॉक्टर ने कैदी की हालत को गंभीर देखते हुए लखनऊ मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया है।हालांकि इस बाबत जेल का कोई भी अधिकारी बयान देने को राजी नहीं है।मिली जानकारी के मुताबिक जिस कैदी ने जेल में फांसी लगाई है वह हत्या के मामले में बंद था।उसके ऊपर अभियोग चल रहा था। जिला कारागार में बंद गुड्डू पुत्र चुन्नी द्वारा आग ताप रहे एक बुजुर्ग पर फरसे से वार कर हत्या की गई थी। जेल में बंद गुड्डू बिलग्राम थाना क्षेत्र के नूरपुर गांव का रहने वाला है। जेल में बंद कैदी गुड्डू द्वारा फांसी क्यों लगाई गई किस लिए लगाई गई इसकी जानकारी फिलहाल अभी नहीं लग पाई है। कैदी के फांसी लगाये जाने की सूचना से पुलिस और जिला प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है।क़ैदी के लखनऊ रेफर हो जाने के बाद जेल प्रशासन ने राहत की सांस ली है।