शाहाबाद हरदोई। शाहाबाद कोतवाली क्षेत्र के ग्राम भदासी से तीन बच्चों के अचानक लापता हो जाने के बाद गांव में हड़कंप मच गया। पूरी रात्रि लापता बच्चों के परिजन और गांव वासी बच्चों को ढूंढते रहे। सुबह 3:00 बजे के आसपास प्यास से व्याकुल बच्चे सड़क पर पहुंचे और गांव एक व्यक्ति ने ग्राम वासियों को सूचना दी। तत्काल बड़ी संख्या में वहां पर ग्रामवासी पहुंचे बच्चे मिल जाने के बाद परिजनों और ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है। शाहाबाद कोतवाली क्षेत्र से ग्राम भदासी निवासी प्रवेश कुमार कश्यप का पुत्र सौरभ 12 वर्ष, अरविंद कश्यप का पुत्र अनमोल 12 वर्ष तथा रावेंद्र सक्सेना का पुत्र संजीव नौ वर्ष बकरियां चराने के लिए खेतों पर गए थे। शाम तकरीबन 6:00 बजे गांव के रमाकांत के गन्ने के खेत में बकरियां चरने लगी तो उन्होंने बच्चों को डांटकर उनसे कहा कि तुमने मेरी गन्ने की फसल बकरियों को चरवा दी है इसलिए तुम्हारे घर पर शिकायत करेंगे। बस तीनों बच्चे शिकायत के डर से घबरा गये और घर नहीं पहुंचे और बकरियां घर पर पहुंच गई। बकरियों के घर पर पहुंचने के बाद जब बच्चे नहीं पहुंचे तो तीनों बच्चों की तलाश शुरू हो गई। पहले बच्चों के परिजन बच्चों को ढूंढने के लिए निकले। जब पूरे गांव और आसपास बच्चे नहीं दिखाई दिए तब गांव वालों को परिजनों द्वारा सूचना दी गई। बड़ी संख्या में मोटरसाइकिलें लेकर गांव के लोग आसपास के गांवों, खलिहानों, बागों आदि स्थानों पर तलाश करते रहे परंतु बच्चों का कोई पता नहीं चला। ग्राम वासियों द्वारा पुलिस को भी तीन बच्चों के गायब होने की सूचना दी गई। पुलिस ने भी बच्चों की तलाश का प्रयास किया। सुबह तकरीबन 3:00 बजे के आसपास जब तीनों बच्चों को प्यास लगी तो पानी पीने के लिए नटबीर बाबा के सड़क स्थित स्थान पर पहुंचे जहां पर गांव के पुजारी ने बच्चों को देखा और रोक लिया। तत्काल परिजनों को सूचना दी गई। परिजन और बड़ी संख्या में ग्रामीण नटबीर बाबा के स्थान पर पहुंचे और बच्चों को अपने साथ लाए । पूछताछ में बच्चों ने बताया कि वह बकरियों द्वारा खेत चरे जाने की शिकायत के डर से घर नहीं आए थे और गांव के ही श्री कृष्ण की भंगेल में बैठे रहे। जब उन्हें प्यास लगी तो वह पानी पीने के लिए नटबीर बाबा के स्थान पर गए। फिलहाल बच्चों के सुरक्षित मिल जाने के बाद परिजनों और ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है।