हरदोई
हरदोई रेलवे स्टेशन एक बार फिर जंग का अखाड़ा बन गया।हरदोई रेलवे स्टेशन पर अवैध वेंडर की भारी संख्या लगातार रेल यात्रियों के लिए मुसीबत बनती जा रही है।अवैध वेंडर के चलते हरदोई रेलवे स्टेशन कई बार हादसे भी हो चुके हैं लेकिन उसके बाद भी हरदोई रेलवे स्टेशन पर अवैध वेंडर पर लगाम नहीं लग पा रही है। अभी कुछ दिन पूर्व जहां हरदोई रेलवे स्टेशन पर भारी संख्या में अवैध पानी की पेटिया रेल अधिकारियों ने बरामद की थी यह बेटियां कहां से आई थी किसकी थी यह रेलवे सुरक्षा बल अब तक पता नहीं लग पाई है।पूर्व डीआरयूसीसी सदस्य से मिली जानकारी के मुताबिक शनिवार की रात हरदोई रेलवे स्टेशन का प्लेटफार्म संख्या चार जंग का अखाड़ा बन गया। काशी विश्वनाथ एक्सप्रेस के प्लेटफार्म संख्या चार पैर पहुंचने के बाद वेंडर में आपस में जमकर विवाद हो गया।यह विवाद काफी देर तक चलता भी रहा।इस दौरान प्लेटफार्म संख्या चार पर काफी भीड़ भी लग गई लेकिन हरदोई रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा का जिमा संभालने वाली आरपीएफ नदारत रही।
आरपीएफ के भय से चतुर्थ श्रेणी कर्मियों से दबी जुबान से कबुली झगड़े की बात
शनिवार रात हुई वेंडरों की लड़ाई के संदर्भ में जब रेल अधिकारियों से वार्ता की तो उन्होंने मामले की जानकारी होने से साफ इनकार कर दिया। हालांकि जब स्टेशन पर तैनात अन्य कर्मियों से इस संदर्भ में जानकारी ली गई तो उन्होंने दबी जवान में वेंडर के आपस में झगड़ने की बात को बताया। जानकारी के मुताबिक 15128 काशी विश्वनाथ एक्सप्रेस हरदोई रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म संख्या चार पर रात 8:55 मिनट पर पहुंची थी। ट्रेन के पहुंचने के बाद ट्रेन में चल रहे काशी विश्वनाथ एक्सप्रेस के पैंट्री कार के वेंडर और हरदोई रेलवे स्टेशन के वेंडर के बीच ट्रेन के अंदर सामान बेचने को लेकर विवाद हो गया। यह विवाद काफी बढ़ गया। जानकारी के मुताबिक विवाद इतना बढ़ गया था कि दोनों वेंडर के गुटों के बीच हाथापाई तक हो गई थी। इस दौरान रेल यात्रियों की काफी भीड़ भी प्लेटफार्म पर जमा हो गई थी। स्टेशन पर काम करने वाले लोगों ने बताया कि पहले भी कई बार हरदोई के वेंडरो को काशी विश्वनाथ एक्सप्रेस व अन्य ट्रेनों के अंदर सामान बेचने से ट्रेन के वेंडर ने मना किया लेकिन हरदोई के वेंडर नहीं मानते हैं।इस संदर्भ में जब आरपीएफ प्रभारी निरीक्षक अशोक कुमार से जानकारी ली तो उन्होंने मामले की जानकारी होने से साफ इनकार कर दिया।हालांकि आरपीएफ हरदोई के प्रभारी का यह पहला इनकार नहीं था इससे पहले भी अवैध वेंडर पकड़ने के मामले में जब पानी की पेटियो की संख्या पूछी तब भी उनके द्वारा जानकारी देने से साफ इनकार किया गया था।