हरदोई
देश में लगातार जल बचाओ जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं।उसको लेकर भारतीय रेल भी अपने सभी रेलवे स्टेशनों पर जल है तो कल है जैसे तमाम स्लोगन के साथ रेल यात्रियों को जागरूक करने का कार्य कर रही है वहीं उसे विपरीत हरदोई रेलवे स्टेशन पर जल को लेकर जागरूकता अभियान तो चलता है लेकिन हरदोई के अधिकारी स्वयं जल को बचाने में कितना जागरुक है इसकी बांदगी भी साफ देखी जा सकती है।हरदोई रेलवे स्टेशन पर बनी पानी की टंकी से एक और जहां लगातार पानी बहता रहता है वही प्लेटफार्म नंबर एक पर पश्चिम छोर पर बने शौचालय की छत से भी लगातार झरने की तरह पानी बहता रहता है लेकिन कोई भी स्टेशन का जिम्मेदार इस बाबत सूध लेने की जिम्मेदारी नहीं उठाता है। प्रतिदिन हजारों लीटर पानी की बर्बादी हरदोई रेलवे स्टेशन पर जिम्मेदारों की लचर कार्यशैली के चलते होती रहती है। ऐसे में सवाल उठता है कि हरदोई रेलवे स्टेशन पर जल बचाओ को लेकर चलने वाला जागरूकता अभियान कितना कारगर साबित है।
पानी की टंकी भी दुर्दशा पर बहा रही आंसू
हरदोई रेलवे स्टेशन पर अधिकारियों की लचर कार्यशैली के चलते जमकर स्वच्छ जल की बर्बादी होती रहती है।इस बावत स्टेशन का कोई भी अधिकारी ध्यान नहीं देता है। प्लेटफार्म नंबर एक पर आरपीएफ पोस्ट के आगे बने शौचालय की छत से झरने की भांति पानी घंटों तक बहता रहता है। यह क्रम प्रतिदिन चलता है साथ ही शौचालय के ऊपर लगी पानी की टंकी भी अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रही है। शौचालय के ऊपर बनी पानी की टंकी को देखकर समझ जा सकता है कि बरसों से इस पानी की टंकी को साफ नहीं किया गया है जबकि हरदोई रेलवे स्टेशन पर स्वच्छता अभियान के बड़े-बड़े जागरूकता अभियान चलाए गए। स्टेशन के अधिकारी और कर्मचारियों की लापरवाही से जब इस तरह से जल बर्बाद होगा तो स्टेशन पहुंचने वाले रेल यात्री जल बचाने को लेकर कैसे जागरूक बनेंगे।