हरदोई। बार एसोसिएशन के अध्यक्ष एवं महामंत्री सहित अन्य सभी पदों के लिए एक दिन पहले हुए मतदान के बाद शुक्रवार को प्रातः 8 बजे से एल्डर कमेटी की देखरख में मतगणना प्रारंभ हुई जो देर शाम अंतिम परिणाम आने तक जारी रही। मतगणना के अंतिम चरण में क्रमशः महामंत्री एवं अध्यक्ष के निर्वाचन की घोषणा की गई जिसमें अध्यक्ष पद पर अपेक्षा के अनुरूप रामेंद्र सिंह तोमर भारी मतों से जीत दर्ज करने में कामयाब रहे। महामंत्री पद पर बेहद करीबी त्रिकोणीय संघर्ष में अनिल कुमार मिश्रा को मात्र 20 मतों से विजय मिली।
इससे पूर्व परंपरा के अनुसार एल्डर कमेटी द्वारा सबसे पहले कनिष्ठ कार्यकारिणी सदस्य पद के लिए मतों की गणना की गई। इसके बाद वरिष्ठ कार्यकारिणी सदस्य एवं अन्य पदों के लिए मतगणना की गई।सबसे अंत में अध्यक्ष पद के लिए मतगणना की गई जो 5 बजे के बाद तक चली। एल्डर कमेटी सदस्य इन्द्रेश्वर नाथ गुप्ता, गिरीश चंद्र मिश्रा एवं दिग्विजय सिंह द्वारा जारी की गई सूची के अनुसार अध्यक्ष पद पर रामेंद्र सिंह तोमर को 765 मत मिले जबकि जे पी त्रिवेदी को 476 एवं अवनिकांत बाजपेई को मात्र 94 मत मिले। इस तरह रामेंद्र सिंह तोमर ने 289 मतों के अंतर से जे पी त्रिवेदी को पराजित किया। एसोसिएशन के दूसरे सर्वाधिक महत्वपूर्ण महामंत्री पद पर पर अनिल कुमार मिश्रा दिनेश प्रताप सिंह पंकज सिंह सोमवंशी लाल बिहारी दीक्षित सुधीर कुमार यादव एवं सर्वेंद्र कुमार सिंह राजपूत चुनावी मैदान में उतरे थे। इस पद पर तीन प्रत्याशियों में बेहद करीबी मुकाबला हुआ। अनिल कुमार मिश्रा ने 397 मत प्राप्त कर प्रथम स्थान एवं विजय प्राप्त की। दूसरे स्थान पर रहे पंकज कुमार सिंह सोमवंशी को 377 मत प्राप्त हुए जबकि तीसरे स्थान पर रहे सुधीर सिंह यादव को 324 मत मिले। वरिष्ठ उपाध्यक्ष पद के लिए 6 प्रत्याशी अजय कुमार मिश्रा, कृष्णकांत मिश्रा, जयप्रकाश गुप्ता, मोहम्मद सलीम, रमेश कुमार बाजपेई तथा संजीव कुमार सिंह चुनाव मैदान में थे जिनमें जयप्रकाश गुप्ता ने 396 ने प्रथम स्थान प्राप्त किया और निकटतम प्रत्याशी संजीव सिंह कुशवाहा जिन्हें 371 मत मिले, को 25 मतों से पराजित किया। उपाध्यक्ष 10 वर्ष से अधिक कार्यानुभव वर्ग में दो प्रत्याशियों को चुना जाना था जिसमें प्रदीप कुमार गुप्ता ने 391 मत प्राप्त कर एवं राम सिंह ने 372 मत प्राप्त कर विजय का वरण किया । कनिष्ठ उपाध्यक्ष पद 10 वर्ष से कम कार्यानुभव वर्ग में प्रशांत मिश्रा विजयी हुए जिन्होंने 497 मत प्राप्त कर 43 मतों से जीत दर्ज की। दूसरे स्थान पर धर्मेंद्र कुमार को 454 मत मिले रहे।
कोषाध्यक्ष पद के लिए अरविंद कुमार सिंह, कौशलेंद्र दीक्षित, धर्मवीर सिंह, रामप्रताप यादव एवं ज्ञानीश मिश्रा ने चुनाव में जोर आजमाइश की जिसमें रामप्रताप यादव 498 ने मत प्राप्त किए। दूसरे स्थान पर रहे अरविंद कुमार सिंह को 353 मत मिले और इस तरह रामप्रताप यादव ने 45 मतों से विजय प्राप्त की। संयुक्त मंत्री प्रशासन पद पर प्रतिमा मिश्रा ने सर्वाधिक 567 मत प्राप्त किया और दूसरे स्थान पर रही अनुराधा अग्रवाल जिन्हें 351 मत प्राप्त हुए को पराजित किया। संयुक्त मंत्री प्रकाशन पद पर हुई त्रिकोणीय संघर्ष में वीरेंद्र कुमार वर्मा ने 495 मत प्राप्त किया और निकटतम प्रत्याशी गोविंद दीक्षित जिन्हें 479 मत प्राप्त हुए को पराजित किया। संयुक्त मंत्री पुस्तकालय पद पर अमित कुमार शर्मा ने 447 मत प्राप्त किये और दूसरे स्थान पर मुकेश कुमार सिंह गौर को 14 मतों के अंतर से पराजित किया। एसोसिएशन की वरिष्ठ कार्यकारिणी के सदस्य पद के लिए कुल 6 प्रत्याशियों का निर्वाचन होना था जिसमें कुमारी महामहिमा श्रीवास्तव ने सर्वाधिक 536 मत प्राप्त कर विजय प्राप्त की। इसके बाद क्रमशः शिव मोहन शुक्ला ने 520 मत देवेंद्र श्रीवास्तव ने 454 सुनील सिंह सोमवंशी ने 442 मत अनिल कुमार गुप्ता ने 407 मत और अश्विनी कुमार शुक्ला ने 379 मत प्राप्त कर विजय प्राप्त की। कनिष्ठ कार्यकारिणी सदस्य पद के लिए भी 6 प्रत्याशियों को निर्वाचित होना था जिसमें नितिन गुप्ता ने सर्वाधिक 631 मत प्राप्त कर विजय प्राप्त की। इसके बाद अमृता सिंह ने 614 मत सौरभ मिश्रा ने 556 मत, राहुल कनौजिया ने 536 मत रविशंकर पाण्डेय ने 446 मत तथा सतीश कुमार शुक्ला ने 411 मतों के साथ विजय प्राप्त की।
अध्यक्ष तोमर ने सर्वाधिक मतों से दर्ज की जीत
हरदोई। बार एसोसिएशन चुनाव में अध्यक्ष रामेंद्र सिंह तोमर ने सर्वाधिक 289 मतों से जीत दर्ज की तो कनिष्ठ कार्यकारिणी सदस्य पद के लिए प्रत्याशी नितिन गुप्ता ने सर्वाधिक 631 मत प्राप्त किए। दूसरी ओर संयुक्त मंत्री पुस्तकालय पद पर सबसे कम मतों से अमित कुमार शर्मा ने मात्र 14 मतों से जीत दर्ज करने में सफलता पायी। बार एसोसिएशन चुनाव में वैसे तो सभी परिणाम विभिन्न प्रत्याशियों द्वारा स्वीकार किए गए लेकिन उपाध्यक्ष पद 10 वर्ष से अधिक कार्यानुभव वर्ग में प्रत्याशी प्रीती द्विवेदी द्वारा आपत्ति दर्ज कराने के बाद उनकी मांग पर पुनः मतगणना की गई हालांकि उससे परिणाम पर कोई अंतर नही पड़ा।