हरदोई
हरदोई से गुरसहायगंज वाया सांडी रेल लाइन को लेकर जनपद में एक बार फिर चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है। जानकार बताते हैं कि हरदोई से गुरसहायगंज रेल लाइन को लेकर एक बार फिर सर्वे शुरू हो गया है यदि यह रेल लाइन बिछती है तो कानपुर जाने वाले व्यापारियों को काफी राहत मिलेगी इसके साथ मथुरा व कानपुर के लिए यात्रियों को ट्रेनों की सौगात भी मिल सकती है जबकि कई ट्रेनों के रूट भी बदल सकते हैं। अभी कुछ ट्रेन कानपुर से लखनऊ व बालामऊ से होते हुए गुजरती हैं। हरदोई से गुरसहायगंज वाया सांडी रेल लाइन को वर्ष 2019 में स्वीकृति मिली थी। इस रेल लाइन के लिए पूर्व सांसद अंशुल वर्मा ने प्रयास किया था जिस पर रेल मंत्रालय ने स्वीकृति दी थी। हालांकि 2019 से लगातार बजट के बाद जारी होने वाली भारतीय रेल की पिंक बुक में इसका उल्लेख व बजट देखने को मिल जाएगा लेकिन अब तक इस रेल लाइन को बिछाने का कार्य शुरू नहीं किया गया है। हरदोई गुरसहायगंज रेल लाइन लगभग 60 किलोमीटर की होगी जिसमें कई रेलवे स्टेशन व पुल का निर्माण भी कराया जाएगा। वर्ष 2020 में हरदोई गुरसहायगंज रेल लाइन को लेकर दिल्ली से आई एक टीम में सर्वे किया था इस सर्वे के बाद रेलवे की भूमि को संरक्षित करने के लिए वहां रेलवे द्वारा खम्बों कु भी लगाया गया था साथ ही किसानों को निर्देशित किया गया था की रेलवे की भूमि पर खेती न करें। इसके बाद एक बार फिर चर्चाएं हैं कि हरदोई साँड़ी रेल लाइन को लेकर सर्वे चल रहा है।कानपुर के रास्ते लखनऊ होते हुए जाने वाली 12209 ग़रीबरथ,कानपुर से बालामऊ के रास्ते जम्मूतवी जाने वाली 12469 एक्सप्रेस को गुरसायगंज हरदोई के रास्ते चलाई जा सकती हैं
सांसद ने अपनी प्राथमिकता में गिनाया था
लोकसभा चुनाव 2024 में भाजपा प्रत्याशी जयप्रकाश रावत ने क्षेत्र में अपनी प्राथमिकताओं को गिनाते हुए हरदोई गुरसायगंज रेल लाइन का निर्माण कराना बताया था। जानकार बताते हैं कि दिल्ली से एक बार फिर सर्वे की टीम द्वारा सर्वे का कार्य किया जा रहा है। हरदोई रेलवे स्टेशन पर किसी भी अधिकारी को इस विषय में जानकारी नहीं है। हरदोई जनपद के लोगों को उम्मीद है कि इस वर्ष हरदोई गुरसहायगंज रेल लाइन के सर्वे का कार्य पूरा होकर लाइन बिछाने का कार्य शुरू हो जाएगा। हरदोई से गुरसहायगंज वाया सांडी रेल लाइन बिछती है तो इससे कई गांव व क़स्बे लाभान्वित होंगे साथ ही हरदोई शहर से कानपुर जाने वाले व्यापारियों को काफी लाभ मिलेगा। कानपुर में कई नामी कॉलेज हैं हरदोई गुरसहायगंज लाइन के बिछ जाने के बाद कानपुर की दूरी कम होगी जिससे हरदोई के छात्र-छात्राएं प्रतिदिन कानपुर जाकर भी पढ़ाई कर सकेंगे।हरदोई में जूते चप्पल और कपड़ों तक के व्यापारी सप्ताह में 1 से 2 बार कानपुर जाते हैं।ऐसे में इन लोगों को उत्तर प्रदेश परिवहन विभाग की बस का सहारा लेना पड़ता है क्योंकि अभी हरदोई से कानपुर के लिए कोई भी सीधी ट्रेन नहीं है। हरदोई के लोगों ने उम्मीद जताई है कि इस बार सर्वे के साथ जल्द ही निर्माण कार्य भी शुरू होगा।इस बाबत वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक आदित्य गुप्ता ने बताया कि रेल लाइन बिछाने को लेकर मल्टीपल सर्वे चलते रहते है। रेल ट्रैक के सर्वे का कार्य रेलवे बोर्ड द्वारा कराया जाता है। सर्वे की टीम के विषय में मंडल स्तर पर जानकारी नहीं होती है सर्वे होने के बाद सर्वे टीम इसकी विस्तृत रिपोर्ट रेलवे बोर्ड को सौपती है जिसके बाद निर्माण कार्य के शुरू होने से पूर्व रिपोर्ट मंडल रेल कार्यालय को भेजी जाती है अब तक हरदोई गुरसहायगंज रेल लाइन को लेकर कोई भी रिपोर्ट प्राप्त नहीं हुई है।इसलिए कुछ भी कहना अभी जल्दबाजी होगा रेलवे बोर्ड से रिपोर्ट आने के बाद उसको साझा किया जाएगा।