हरदोई। जिले के शाहाबाद कस्बे की श्री रामलीला मेला पठकाना में राजगद्दी, सीतावनवास,सांस्कृतिक नृत्य संध्या,लकी ड्रा के साथ रामलीला मेला समापन की घोषणा समिति अध्यक्ष संजय मिश्रा बबलू ने की। मनमोहक आतिशबाजी के बीच रावण के पुतला दहन के साथ मेला मैदान में अगली रात राजगद्दी सीता बनवास नाटक स्थानीय कलाकारों द्वारा खेला गया। दर्शकों ने खूब सराहा वहीं सीतावनवास नाटक देख रहे दर्शकों की आंखों से आंसू छलकते दिखाई दिए। हालांकि उसकी अगली रात में सांस्कृतिक नृत्य संध्या के साथ लकी ड्रा का ड्रामा देख सभी दर्शक खुश नजर आए। राजगद्दी नाटक और सीतावनवास नाटक स्थानीय कलाकारों ने परंपरानुसार खेला। जिसकी भूरि भूरि प्रसंशा की गई।अभी तक वृंदावन के कलाकारों द्वारा रामलीला खेली जा रही थी। अंतिम नाटक स्थानीय कलाकारों ने खेला। दर्शकों ने अपने पसंदीदा स्थानीय कलाकारों का अविस्मरणीय अभिनय देखा। बीच में भी दहेज की ज्वाला नाटक खेलकर मोहल्ला चौक के कलाकारों ने समाज को अच्छा संदेश दिया। राजगद्दी और सीतावनवास नाटक लालू राय, अभय खत्री, मनोज मिश्रा की भुमिका सराही गई। रत्नेश चंद्र मिश्रा, राजीव अग्निहोत्री, मधुप मिश्रा आदि का अभिनय देखकर दर्शक हतप्रभ रह गए। पुष्पेंद्र मिश्रा, मुनीश शुक्ला, ध्रुब शुक्ला, मनोज मिश्रा, शोभित त्रिपाठी, तुषार शुक्ला, आनन्द मिश्रा, विवेक शुक्ला के अभिनय की सराहना हुई। अनुराग मिश्रा मधुप, ऋषि कुमार मिश्र, आशीष मोहन तिवारी राजू का कार्य सराहा गया। समिति द्वारा गोलोकवासी हो चुके कलाकारों की कलाकारी को भी याद किया गया। पंडित चतुर्भुज, पंडित चुन्नी बाबू, पंडित गंगा प्रसाद मिश्रा, पंडित मुरारी लाल त्रिपाठी, पंडित राम प्रसाद मिश्रा आदि के साथ स्वर्गीय राधेश्याम भाई साहब का स्मरण कर मेला समिति अंततः अश्रुपूरित हो गई। मेला समापन की घोषणा से पूर्व लकी ड्रा योजना के फाइनल का रिजल्ट के क्रम में पहले दूसरे और तीसरे विजेता के अलावा शेष 12 बच्चों को भी समिति के द्वारा सांत्वना पुरस्कार प्रदान किए गए। फाइनल विजेताओं के नाम क्रमशः गौरव गुप्ता, नीलू ज्ञानी, अविरल मराठा, आशुतोष रस्तोगी, मयूरी सिंह, अपूर्वा,कमल किशोर तिवारी, सुमित कुमार, अनंत,श्याम बिहारी,अभिमन्यु, बताए गए हैं। इससे पूर्व प्रतिदिन लकी ड्रा योजनांतर्गत मोबाइल जीतने बाली विजेताओं में स्नेहा राठौर, सोनिका सिंह, नीरजा, तथा रमन मिश्रा, सिजल बाजपेई, आदि रस्तोगी, आर्य अवस्थी, अनिल, अंकुश गुप्ता के नाम सामने आए। अंततः ब्रिटिश हुकूमत से अब तक 87वर्ष पूर्ण कर चुकी ऐतिहासिक रामलीला के समापन की घोषणा कर दी गई है। समिति के मीडिया प्रभारी ओम देव दीक्षित ने मेला कवरेज करने के लिए मीडिया कर्मियों को बधाई दी।