हरदोई के भरावन ब्लाक परिसर में चस्पा पम्पलेट चर्चा का विषय बने हुए हैं। ब्लॉक में जगह-जगह पम्पलेट चिपकवा दिये गये हैं जिसमें मिलने का समय 10 से 12 लिखा है। इसी तरह का और एक पम्पलेट चस्पा है जिसमें कार्यालय के अंदर मोबाइल लाना वर्जित लिखा है।
बीडीओ के फरमान के बाद जो फरियादी ब्लाक आता है उसको अपना मोबाइल कहीं सुरक्षित रखने के लिए परेशान होना पड़ता है। यदि वह मोबाइल कहीं रख दे और वहां उसके मोबाइल में छेड़छाड़ हो जाय तो बड़ा संकट खड़ा हो जाएगा। लोग कह रहे हैं कि जब सरकार मोबाइल बांट रही है और हर काम मे मोबाइल की जरूरत पड़ती है तो ब्लाक के जिम्मेदारों को मोबाइल से इतना डर क्यों है कि कार्यालय में मोबाइल न लाएं के पम्पलेट तक चस्पा करने पड़े।
क्या कहती हैं बीडीओ
इस मामले पर खण्ड विकास अधिकारी भरावन रीता सिंह का कहना है कि भरावन ब्लाक परिसर और कार्यालय में अभी तक सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे हैं। एक दिन एक फरियादी हमारे कार्यालय में आकर मोबाइल वीडीओ रिकार्डिंग करने लगा तो हमने उससे कहा कि रिकार्डिंग न करो अपनी समस्या बताओ हम निस्तारित करवा देंगे।वह व्यक्ति ड्रिंक भी किये था तो कुछ उल्टा सीधा बोलने लगा।इसी लिए कार्यालय में मोबाइल बर्जित किया है।समय के मामले में आफिसियल वर्क ज्यादा होता है इस लिए जनता के लिए 10 से 12 रखा गया है।
इस मामले पर राष्ट्रवादी भाकियू के राष्ट्रीय महासचिव विष्णू मिश्रा का कहना है कि यदि कोई खुराफाती व्यक्ति डिस्टर्ब कर रहा है तो उसके लिए थाना बना है।पुलिस बुलाकर कार्रवाई करातीं न कि एक खुराफाती के लिए आम जनता को मोबाइल न लाने बाध्य कर दिया जाय।