हरदोई- सड़क पर खड़ी सपा की पूर्व विधायिका की कार हटवाना सिपाही को भारी पड़ गया। सिपाही द्वारा पूर्व विधायिका राजेश्वरी देवी के ड्राइवर से सड़क से कर हटाने का अनुरोध करते हुए जाम लगने की बात कही। पुलिस द्वारा किए गए अनुरोध से पूर्व विधायिका आग बबूला हो उठी और बीच सड़क पर जमकर पुलिस के आरक्षी को खरी खोटी सुनाने लगी। मौके पर मौजूद प्रत्यादर्शियों के मुताबिक विधायिका ने रेलवे गंज चौकी में तैनात आरक्षी विवेक सिंह को जमकर खरी खोटी सुनाई और तबादला कराने तक की धमकी दे डाली। पूर्व विधायिका को सिपाही पर आग बबूला होते देख वहां लोगों की भीड़ एकत्र हो गई। इसके बाद रेलवे गंज चौकी में कार्यरत आरक्षि द्वारा पूर्व विधायिका द्वारा की जा रही बदसलूकी का वीडियो बनाना शुरू किया और नाम पूछा तब विधायिका अपनी कार में बैठकर चली गई और तबादला कराने की धमकी दे गई। मिली जानकारी के मुताबिक पूर्व विधायिका राजेश्वरी देवी ने पुलिस अधीक्षक केशव चंद्र गोस्वामी से मामले की शिकायत की है। पुलिस अधीक्षक द्वारा आरक्षी विवेक सिंह का तबादला कछौना कर दिया है। पुलिस अधीक्षक की इस कार्रवाई से ट्रैफिक का जिम्मा संभालने वाले या चौकी थानों पर कार्य करने वाले आरक्षियों के मनोबल पर असर पड़ा है।
जहाँ खड़ी थी कार वहाँ लग जाता है जाम
शहर में यातायात व्यवस्था पहले से बे- पटरी है।नगर पालिका व जिला प्रशासन की अनदेखी के चलते शहर भर में जमकर अतिक्रमण फैला हुआ है जिसका दंश क्षेत्र के लोगों को उठाना पड़ रहा है। हाल यह है कि अतिक्रमण के चलते अक्सर शहर में जाम की स्थिति देखने को मिल रही है। जाम से जब लोग परेशान होते हैं तो पुलिस को ही कोसने लगते हैं वहीं अधिकारी भी पुलिस पर जाम खुलवाने का ठीकरा फोड़ देते हैं। शहर के अधिकांश चौराहे जाम से घिरे रहते हैं। सुबह हो या शाम जाम हर समय बना रहता है। हरदोई में कुछ रसूखदार ऐसे हैं जो सड़क पर जाम की परवाह किए बिना अपने वाहन को खड़ा कर देते हैं जिससे चौराहों पर जाम की स्थिति उत्पन्न होने लगती है। ऐसा ही कुछ सोमवार की शाम को हुआ था जब रेलवे का चौकी चौराहे पर जहां ट्रेन के आने व शाम को अक्सर जाम की स्थिति बन जाती है वहां पर सपा से पूर्व विधायक राजेश्वरी देवी ने अपनी कर को सड़क पर खड़ा कर दिया था जिसके चलते जाम लग रही थी।पुलिस अधीक्षक की आरक्षी पार हुई कार्यवाही से क्षेत्र के लोगों में भी पुलिस प्रशासन के विरुद्ध नाराजगी है।लोगों का कहना है कि वह मौके पर थे और उक्त आरक्षी द्वारा किसी भी तरह का दुर्व्यवहार पूर्व विधायिका से नहीं किया था पुलिस अधीक्षक की यह कार्रवाई दबाव में की गई है।