हरदोई के आरआर इंटर कालेज में चल रही श्री राम कथा में पंडित निर्मल शास्त्री एवं श्री राम परिवार मित्र मंडली के तत्ववधान में प्रात हवन पूजन विधि विधान के साथ संपन्न हुआ। जिसमें तमाम लोगों ने हवन पूजन कर श्री हनुमान जी महाराज और सभी देवी देवताओं की आराधना की।
आचार्य निर्मल शास्त्री ने समाज जन कल्याण एवं पर्यावरण कल्याण के लिए इस हवन को करने की विशेषता बताई।
श्री राम कथा के अंतर्गत कथा व्यास शिवानंद भाई श्री ने भगवान शिव पार्वती का विवाह की कथा श्रवण कराई । प्रसंग को सुनाते हुए महाराज ने यह बताया कि आज समाज में भगवान शिव के स्वरूप को बड़ी अलग दृष्टि से देखा जाता है शिवजी का नाम आते ही लोगों के मन में यही मानसिकता होती है शिवजी गांजा पीने वाले हैं भांग पीने वाले हैं आदि आदि। किंतु भगवान शिव का वास्तविक स्वरूप कोई जान ही नहीं पाया दुनिया के सबसे बड़े अगर कोई तपस्वी है तो भगवान भोलेनाथ है गृहस्थ की अगर दुनिया का कोई सबसे बड़ा उदाहरण है तो भोलेनाथ है, क्योंकि राजा दक्ष ने यज्ञ में भगवान शिव को बहुत सी गालियां दी पर उन्होंने अपनी पत्नी को एक बात तक नहीं बताई दुनिया के सबसे बड़े समाज सेवी अगर कोई है तो भोलेनाथ जी महाराज हैं । समुद्र मंथन में चाहते तो भगवान शिव विष नहीं पीते क्योंकि वह उनकी व्यवस्था नहीं थी किंतु फिर भी भगवान भोलेनाथ ने सामाजिक कल्याण के लिए विष पान किया, दुनिया के सबसे बड़े त्यागी भोलेनाथ जी महाराज है। संसार को सब कुछ देने वाले भोलेनाथ कैलाश पर एकांत में वास करते हैं और सेवा में कोई भक्त कुछ भी अर्पित कर दे तो भोलेनाथ जी महाराज स्वीकार कर लेते हैं । यह भगवान का स्वरूप है।