रिपोर्ट: अखिलेश गुप्ता
हरदोई के माधौगंज में उत्तर प्रदेशीय जूनियर हाई स्कूल (पूर्व माध्यमिक) शिक्षक संघ उत्तर प्रदेश के ब्लॉक अध्यक्ष राजेश कुमार ने बीआरसी पर मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन खंड शिक्षा अधिकारी को सौंपा।
मुख्यमंत्री को भेजें ज्ञापन में कहा कि शिक्षक अपनी निजी आईडी से ऑनलाइन उपस्थिति नहीं देंगे वहीं शिक्षकों की न्यायोचित समस्या का समाधान विगत कई वर्षों से नहीं किया जा रहा है। पहले उसका समाधान किया जाए ।महानिदेशक द्वारा जबरदस्ती शिक्षकों से अपनी आईडी से सिम और डाटा खरीदने का दबाव बना रहे है विभाग द्वारा केवल टेबलेट दिया गया सिम नही दिया गया जिसका शिक्षक बहिष्कार कर रहे हैं। वही वर्ष 2013 से जनपदों के अंदर स्थानांतरण, वर्ष 2015 से शिक्षकों की पदोन्नति नहीं की गई है। वहीं 17140- 18150 वेतन विसंगति विगत 15 वर्षों से दूर नहीं की गई है जिससे प्रदेश का लगभग 40 हजार शिक्षक प्रभावित है। पारस्परिक स्थानांतरण प्रक्रिया पूर्ण करने के उपरांत भी कार्यमुक्त की कार्रवाई लंबित रखना, कैशलेस चिकित्सा सुविधा न देना, प्रोन्नत वेतनमान न देना ई एल की सुविधा शिक्षकों को न देना, और शिक्षण कार्य के अतिरिक्त गैर शैक्षणिक कार्यों में शिक्षकों को लगातार लगाना। मध्यान भोजन की व्यवस्था ग्राम प्रधान से होने के बाद भी शिक्षकों से मध्यान भोजन बनवाना वहीं अनुदेशकों एवं शिक्षामित्र के मानदेय में वृद्धि न करना, 1 अप्रैल 2005 से पूर्व विज्ञप्ति विशिष्ट बीटीसी के माध्यम से नियुक्त शिक्षकों को पुरानी पेंशन से आच्छादित करने संबंधी सूचना से वंचित रखना आदि कई समस्याओं का समाधान न होने के कारण नियम विरुद्ध मनमाने आदेशों से आहत होकर सरकारी संसाधनों के अभाव में प्रदेश का बेसिक शिक्षक सभी नियम विरुद्ध आदेशों का बहिष्कार करता है और करेगा जब तक सभी समस्याओं का समाधान नहीं हो जाता तब तक बेसिक शिक्षक इस प्रकार के आदेशों का बहिष्कार करता रहेगा जल्द ही समाधान नहीं हुआ तो अगले आंदोलन के लिए प्रदेश के शिक्षक जिला स्तर एवं प्रदेश स्तर पर शांतिपूर्ण आंदोलन करने की घोषणा करेंगे।
ज्ञापन में कहा गया कि शिक्षक दूरस्थ क्षेत्रों में नन्हे मुन्ने बच्चे का भविष्य तय कर रहे हैं अधिकारियों को धरातल पर जाकर बच्चों के अभिभावकों एवं कार्य कर रहे शिक्षकों की कठिनाइयों को भी देखना होगा उपस्थित संबंधी आदेश करते समय यह ध्यान नहीं दिया गया विभिन्न प्रकार की भौगोलिक स्थिति वाले प्रदेश में आज भी सैकड़ो गांव ऐसे हैं जिनमें जाने के लिए साइकिल के रास्ते भी नहीं है हजारों गांव हैं जिनमें आवागमन के साधन नहीं है प्रदेश के बेसिक शिक्षकों पर कर्मचारी आचरण एवं अनुशासन नियमावली बेसिक शिक्षा परिषद नियमावली के विरुद्ध जाकर मनमाने आदेश भय दिखाकर थोपने की कोशिश की जा रही है जबकि बेसिक शिक्षक प्रदेश की संवैधानिक संस्था बेसिक शिक्षा परिषद उत्तर प्रदेश की नियमावली के अंतर्गत कार्य कर रहे हैं जिसको पिछले कई वर्षों से अस्तित्वहीन कर दिया गया है।
यह रहे शामिल
इस दौरान इस दौरान मनोज प्रताप सिंह, सुभाष चंद्र, रामशरण, यतीन्द्र भदौरिया,,राजीव कुमार,नरेंद्र कटियार,सिद्धार्थ मिश्रा, सतीश चंद्र, सौरभ सिंह, पूनम, तबस्सुम सारिका, गुंजन वर्मा, ओम प्रकाश,गोल्डी, अमित देवी आदि सहित सैकड़ों शिक्षक मौजूद रहे।