हरदोई।हरपालपुर व अरवल थाना क्षेत्र में अबैध मिट्टी खनन का कारोबार दिनों दिन बढ़ता जा रहा है।क्षेत्र में लगभग एक दर्जन से अधिक रैपर मशीनें सरेशाम अबैध खनन में लग जाती है और खेतों से मिट्टी खनन कर रात भर में लाखों की कमाई करते है।शिकायत के बाद खनन अधिकारी भले ही कार्यवाई को अंजाम देते हों लेकिन अभी तक किसी भी खनन माफिया के विरुद्ध प्रशासन ने रिपोर्ट दर्ज कराना भी मुनासिब नही समझा।
जानकारी के अनुसार खनन विभाग की अचानक छापेमारी से अब तक कई ट्रैक्टर ट्राली व रैपर मशीन सहित जेसीबी भले ही पकड़कर कार्यवाई की गई हो लेकिन इस अबैध मिट्टी खनन में संलिप्त किसी भी खनन माफिया के खिलाफ किसी भी थाने में एफआईआर दर्ज नही की गई है।जिम्मेदारों की अगर बात करे तो आये दिन सड़क के किनारे प्लॉटों में भारी मात्रा में इकट्ठी मिट्टी पर राजस्व व पुलिस कर्मियों की भले ही नजर पड़ी हो लेकिन उन्होंने यह मिट्टी रात भर में कहां से आई इसकी पड़ताल तक करना मुनासिब नही समझा।हरपालपुर व अरवल थाना क्षेत्र में रात होते ही अबैध मिट्टी खनन का कारोबार शुरू हो जाता है।यही नही सूत्र बताते है कि रात भर खनन के लिए सम्बन्धित थाना पुलिस पांच से 6 हजार रुपये तक लेती है।हालांकि मिट्टी खनन की लगातार शिकायते भी की जा रही है लेकिन जिम्मेदारों की सरपरस्ती में इस पर अंकुश लग पाना सम्भव नही है।अरवल इलाके के बेसहारा,इस्माइलपुर, श्री मऊ,दयालपुर सेमरिया सहित कई गांवो में अबैध मिट्टी खनन कर सरकारी राजस्व को चूना लगाने का कार्य किया गया।तमाम शिकायतो के बाद जिम्मेदारों की कार्यवाई आखिरकार ठंडे बस्ते में क्यो चली जाती है।जिला मुख्यालय से पहुंचकर खनन अधिकारी जब अबैध खनन कर रही मशीन व ट्रैक्टर ट्राली को पकड़कर कार्यवाई करते है तो सवाल यह भी लगना लाजिमी है कि आखिरकार स्थानीय पुलिस का तंत्र इतना कमजोर क्यो है कि उसके क्षेत्र में हो रहे अबैध खनन की उसे कोई जानकारी नही होती।सवाल यह भी है कि अभी तक सम्बन्धित थाना पुलिस ने किसी भी अबैध मिट्टी खनन में संलिप्त एक भी मशीन व ट्रैक्टर ट्राली को नही पकड़ा जबकि खनन अधिकारी ने जब भी रात के समय छापा मारा तो उसके हांथ मिट्टी खनन में संलिप्त कोई न कोई ट्रैक्टर ट्राली व रैपर मशीन या फिर जेसीबी लग ही गयी।