हरदोई।शहीद उद्यान स्थित कायाकल्पकेन्द्रम् के संस्थापक व वरिष्ठ नेचरोपैथ डॉ० राजेश मिश्र ने बताया कि पांच माह से चल रहे चातुर्मास और योगदर्शन की कक्षा का गुरुवार को समापन हो गया।
डॉक्टर मिश्र ने कहा कि यज्ञ से प्रकृति के पांचों तत्व पृथ्वी, जल, अग्नि, वायु और आकाश प्रदूषण से मुक्त हो जाते हैं और चारो वर्ण लाभान्वित होते हैं। उन्होंने कहा देवताओं को आहुतियों के द्वारा भोजन प्राप्त होता है। कहा देवता मंत्र के आधीन हैं और मंत्र ब्राह्मण के आधीन हैं। शास्त्रों में नित्य हवन करने का निर्देश है। इसलिए सभी को नित्य हवन, मौन और ध्यान करना चाहिए।डॉ मिश्र ने कहा कि हम किसी भी मत-मतांतर के मानने वाले हों लेकिन सुख और आनंद सभी चाहते हैं। कहा ज्यों-ज्यों हम अपनी आवश्यकताओं को कम करेंगे, त्यों-त्यों हम सुखी होंगे। कहा एकांत सेवन, स्वाध्याय, संध्या-हवन, मौन व ध्यान से शान्ति और आनन्द की प्राप्ति होती है। श्री मिश्र ने कहा कि वे शुक्रवार को नैमिषारण्य में हवन करेंगे तत्पश्चात् पुनः क्षेत्र संन्यास लेकर साधना प्रारंभ करेंगे।डॉ श्रुति दिलीरे, डॉ अभिषेक पाण्डेय, डॉ सरल कुमार, आचार्य रमेश चन्द्र शुक्ल, शिवकुमार, मुनीश मित्तल, पायल मित्तल ने आहुतियां डालीं।