हरदोई। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन हरदोई द्वारा विश्व कैंसर दिवस के अवसर पर सेठ नवल किशोर उर्मिला देवी चिकित्सालय, बावन रोड, तत्योरा, हरदोई में निःशुल्क कैंसर परामर्श शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर का शुभारंभ व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष विमलेश दीक्षित ने किया।

इस अवसर पर टाटा कैंसर हॉस्पिटल, मुंबई के पूर्व विशेषज्ञ डॉक्टर कमलेश वर्मा (कैंसर सर्जन) एवं डॉक्टर अमित कुमार चौधरी (कैंसर विशेषज्ञ) सहित इंडियन मेडिकल एसोसिएशन हरदोई की वरिष्ठ चिकित्सा टीम ने कैंसर समेत विभिन्न बीमारियों से पीड़ित मरीजों की निःशुल्क ओपीडी कर उन्हें परामर्श दिया।

डॉक्टर कमलेश वर्मा ने कहा कि कैंसर का समय पर पता लगना और सही इलाज शुरू करना बेहद जरूरी है। उन्होंने बताया कि शुरुआती चरण में पहचाने जाने पर कैंसर का इलाज अधिक सफल होता है। इसके लिए नियमित स्वास्थ्य जांच, तंबाकू और शराब से दूरी, संतुलित आहार और स्वस्थ जीवनशैली अपनाना आवश्यक है।

डॉक्टर अमित कुमार चौधरी ने कहा कि लोगों में जागरूकता की कमी के कारण कई बार मरीज देर से अस्पताल पहुंचते हैं, जिससे इलाज कठिन हो जाता है। उन्होंने बताया कि अगर किसी को बिना कारण वजन घटने, लगातार खांसी, शरीर के किसी भी हिस्से में गांठ या खून की समस्या हो रही हो, तो तुरंत डॉक्टर से जांच करानी चाहिए।
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन हरदोई के अध्यक्ष डॉक्टर अजय अस्थाना ने बताया कि समय पर जांच और उचित इलाज से कैंसर जैसी गंभीर बीमारी को हराया जा सकता है। उन्होंने कहा कि इंडियन मेडिकल एसोसिएशन हरदोई का यह प्रयास मरीजों को जागरूक करने और सही परामर्श उपलब्ध कराने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन हरदोई के मीडिया प्रभारी डॉक्टर नीरज वर्मा ने भी इस शिविर की सराहना करते हुए कहा कि आने वाले समय में इस तरह के और भी निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर आयोजित किए जाएंगे।
इस अवसर पर डॉक्टर संदीप कटियार (सचिव), इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के मीडिया प्रभारी डॉ नीरज वर्मा,डॉ हर्षिता सिंह , डॉ विनीत वर्मा,डॉ सीके गुप्ता, डॉ तिरुपति आनंद सहित कई वरिष्ठ चिकित्सक उपस्थित रहे।
प्रदर्शनी भी लगाई गई
इस शिविर में मेडिकल छात्र-छात्राओं द्वारा स्वास्थ्य संबंधित पोस्टर प्रदर्शनी भी लगाई गई, जिसमें कैंसर के लक्षण, रोकथाम और उपचार से जुड़ी जानकारी दी गई। प्रदर्शनी में शामिल पोस्टरों को आए हुए चिकित्सकों और मरीजों ने देखा और इसकी सराहना की। इस पहल से मेडिकल छात्रों को भी अपने ज्ञान को प्रस्तुत करने का अवसर मिला, जिससे लोगों में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ी।