अक्टूबर में लगातार त्यौहार है ऐसे में इन त्योहारों पर दिल्ली, मेरठ, हरिद्वार में कार्य करने वाले प्रवासी वापस अपने घर आने के लिए भारतीय रेल का सहारा लेते हैं। त्योहार पर अधिकांश ट्रेनों में यात्रियों को कंफर्म बर्थ नहीं मिल पाती है। यात्रियों को होने वाली असुविधा को देखते हुए रेल प्रशासन फेस्टिवल स्पेशल ट्रेनों का भी संचालन करता है लेकिन उसके बाद भी यात्रियों को कंफर्म बर्थ नहीं मिलती जिसके चलते उन्हें अन्य वैकल्पिक संसाधनों से यात्रा करनी पड़ती है। रेल प्रशासन सामान्य ट्रेनों के स्थान पर प्रीमियम ट्रेनों के संचालक पर ज्यादा जोर दे रहा है लेकिन यह प्रीमियम ट्रेन चुनिंदा स्टेशनों पर रुकती है जो की यात्रियों को रास नहीं आ रही है। रेल प्रशासन द्वारा मेरठ और देहरादून से लखनऊ के लिए वंदे भारत का संचालन शुरू किया था। रेल प्रशासन द्वारा कुछ चुनिंदा स्टेशनों पर ट्रेनों का ठहराव दिया गया था लेकिन चुनिंदा स्टेशनों से भी रेल प्रशासन प्रीमियम ट्रेनों में सीटों को नहीं भर पा रहा है। आलम यह है कि मुरादाबाद मंडल से होकर जाने वाली मेरठ लखनऊ देहरादून लखनऊ वंदे भारत एक्सप्रेस में अधिकांश सीट खाली जा रही हैं। ऐसे में हरदोई के रेल यात्रियों ने रेल प्रशासन से मांग की है कि हरदोई से मेरठ मुरादाबाद जाने के लिए अधिकांश ट्रेनों में वेटिंग का सामना करना पड़ता है जबकि मेरठ के लिए रेल यात्रियों को नौचंदी एक्सप्रेस में सीट उपलब्ध नहीं होती हैं वहीं राजरानी एक्सप्रेस में भी त्यौहार पर यात्रियों को सीट उपलब्ध नहीं हो पाती है।ऐसे में हरदोई रेलवे स्टेशन पर वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन का ठहराव दिया जाए जिससे हरदोई के रेल यात्रियों को काफी राहत मिल सके।
300 से अधिक सीट है खाली
हरदोई जनपद में लगातार इंडस्ट्रीज का भी निर्माण हो रहा है। हरदोई जनपद के संडीला कस्बे में पेप्सिको,बर्जर पेंट,वेब्ले स्कॉट जैसी नामी कंपनियों के प्लांट लगे हैं। इन प्लांट पर लगातार अधिकारियों का आवागमन भी होता रहता है। हरदोई रेलवे स्टेशन से लगभग 25 किलोमीटर की दूरी पर डीएससीएल शुगर मिल भी लगी हुई है जहां भी लगातार अधिकारियों और कर्मचारियों का आवागमन बना रहता है। ऐसे में हरदोई रेलवे स्टेशन पर लखनऊ मेरठ वंदे भारत और लखनऊ देहरादून वंदे भारत ट्रेन का रेल प्रशासन ठहराव देता है तो हरदोई के रेल यात्रियों को काफी राहत मिलेगी साथ ही रेल प्रशासन के राजस्व को भी लाभ मिलेगा। लखनऊ से मेरठ जाने वाली 22489 वंदे भारत एक्सप्रेस में 9 अक्टूबर से लेकर 13 अक्टूबर तक 340 से अधिक सीट रिक्त हैं जबकि इसी रूट पर चलने वाली राज्यरानी एक्सप्रेस के एसी चेयर कार में 8 अक्टूबर से लेकर 12 अक्टूबर तक 7 से लेकर 70 सीट उपलब्ध हैं वही इसी मार्ग पर चलने वाली नौचंदी एक्सप्रेस में रेल यात्रियों को 7 अक्टूबर से लेकर 12 अक्टूबर तक 11 से लेकर 13 वेटिंग तक का सामना करना पड़ रहा है यही हाल कुछ डाउन दिशा में चलने वाली 22490 वंदे भारत का है इसमें भी 9 अक्टूबर से लेकर 13 अक्टूबर तक 324 से अधिक सीट रिक्त है जबकि देहरादून से चलकर लखनऊ जाने वाली 22546 वंदे भारत एक्सप्रेस में 8 अक्टूबर से लेकर 11 अक्टूबर तक रेल यात्रियों को 109 से 187 सिम उपलब्ध सीट उपलब्ध हैं वहीं इसी मार्ग पर चलने वाली 15120 जनता एक्सप्रेस में थर्ड एसी में 8 अक्टूबर से लेकर 13 अक्टूबर तक रेल यात्रियों को एक से लेकर 33 वेटिंग का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे ही कुछ हल अप दिशा में चलने वाली वंदे भारत का भी है। रेल यात्रियों की मांग है कि लखनऊ मेरठ व देहरादून लखनऊ वंदे भारत एक्सप्रेस को अप व डाउन में हरदोई रेलवे स्टेशन पर ठहराव दिया जाए जिससे जनपद के यात्रियों को प्रीमियम ट्रेन का लाभ मिल सके और त्योहार पर उन्हें लंबी वेटिंग से निजात मिल जाए।