लखनऊ। गोमतीनगर स्थिति डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान का स्थापना दिवस समारोह गुरुवार को मनाया गया। आईजीपी में आयोजित हो रहे वार्षिक स्थापना दिवस समारोह में डिप्टी सीएम और स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक पहुंचे। ब्रजेश पाठक ने कहा-उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, मध्यप्रदेश के साथ नेपाल का भी भार पीजीआई और केजीएमयू पर था। इसी मकसद से लोहिया संस्थान को विकसित किया गया। यहां से निकले बच्चे देश दुनिया में मेडिकल फील्ड में नाम कमा रहे हैं।
ब्रजेश पाठक ने कहा- सभी 75 जिलों में मेडिकल कॉलेज खोल रहें। 65 मेडिकल कॉलेज पर काम हो रहा, 16 रह गए हैं, वहां भी काम कर रहे हैं। भारत सरकार ने मेडिकल और नर्सिंग कॉलेज बनाने में मदद की है। ब्रजेश पाठक ने कहा- सरकारी कॉलेजों में डठठै में 3800 सीट और निजी कॉलेज में 5450 सीट हैं। इसके अलावा एम्स रायबरेली में 100 सीट और एम्स गोरखपुर में भी डठठै की 125 सीट हैं। 2017 से पहले जितनी सीटें थीं, अब लगभग दोगुनी सीटें बढ़ाकर कर दी गई हैं। ब्रजेश पाठक ने कहा यूपी आयुष्मान कार्ड बनाने में देश में नंबर वन है। प्रदेश में साढ़े 4 करोड़ से ज्यादा कार्ड बना चुके हैं। 2017 से पहले नर्सिंग कॉलेज खुल जाते थे, लेकिन उनमें क्वालिटी एजुकेशन नहीं मिलता था। डब्लयू के मानक पर हम काम कर रहे हैं। आने वाले दिनों में देशभर के अस्पतालों को यूपी प्रोफेशनल और क्वालिफाइड नर्स प्रोवाइड करेगा। प्रमुख सचिव पार्थ सारथी सेन शर्मा ने कहा-14 सरकारी मेडिकल कॉलेज अगले साल से शुरू करना होगा। ये भी नहीं भूलना चाहिए कि दशकों तक यूपी में महज 6 सरकारी मेडिकल कॉलेज में काम चलता था। यहां की फैकल्टी से मेरा यही कहना है कि अब उनको अपने डिपार्टमेंट से आगे बढ़कर भी सोचना चाहिए। ये कह सकते हैं कि यूपी फिलहाल इन 3 महत्वपूर्ण पहलुओं पर लगातार फोकस कर रहा है। स्वास्थ्य अनुसंधान विभाग और महानिदेशक भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद के सचिव राजीव कुमार बहल ने कहा मेरा ये कहना है कि संस्थान से 50 यंग प्रोफेशनल को पीएचडी भी करना चाहिए। आईसहएमआर से रजिस्टर करने के बाद पीएचडी करने के बाद 30 लाख का ग्रांट मिलेगा। यदि 10 से 20ः के करीब क्लीनिकल फैकल्टी ने भी पीएचडी करना शुरू कर दिया तो ये बड़ा बदलाव आएगा। आप अच्छी प्रैक्टिस करिए पर रिसर्च को मत भूलिए। भारत को विकसित बनाने के लिए और पीएम के जय अनुसंधान को साकार रूप देने के लिए रिसर्च बहुत जरूरी है। इसलिए रिसर्च पर फोकस जरूर करिए। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि नीति आयोग के सदस्य डॉ. विनोद बहल रहे। 7 लोगों को रिसर्च के लिए मेडल दिया गया…डॉ. अर्पिता सिंह, डॉ. दिनकर कुलश्रेष्ठ, डॉ. सौम्या शुक्ला, डॉ. अनुराग अग्रवाल, डॉ. शिप्रा डोभाल, डॉ. रंजीत सिंह, शताक्षी संगल। 5 डॉक्टर को पेटेंट के लिए अवार्ड दिया गया…डॉ. सौम्या शंकर नाथ, डॉ. मोहम्मद कैफ, डॉ. स्वागत महापात्रा, डॉ. नेहा ठाकुर डॉ. ज्योत्स्ना