लखनऊ। लोकसभा चुनाव को लेकर यूपी में कांग्रेस एक्शन में आ गई है। पार्टी के प्रभारी अविनाश पांडे आज पदाधिकारियो के साथ अहम मीटिंग करेंगे। इससे पहले प्रियंका गांधी यूपी की पार्टी प्रभारी थीं।अब अविनाश पांडे को जिम्मेदारी मिली है। उनके सामने सबसे बड़ी चुनौती कांग्रेस संगठन को चुस्त और दुरुस्त करने की है, समय कम और काम बड़ा है। चंद महीने बाद लोकसभा के चुनाव हैं। देश के सबसे महत्वपूर्ण राज्य यूपी में कांग्रेस कमजोर है।पार्टी के पास सिर्फ दो विधायक हैं और सांसद की संख्या के नाम पर सिर्फ सोनिया गांधी ही हैं। अमेठी से पार्टी के सबसे बड़े चेहरे राहुल गांधी हार गए थे।इस बार लोकसभा चुनाव इंडिया गठबंधन के बैनर तले लड़ने का फैसला हुआ है। यूपी में गठबंधन में कांग्रेस, समाजवादी पार्टी और आरएलडी है। पहली चुनौती इन पार्टियों के बीच सीटों का बंटवारा है। कांग्रेस के उम्मीदवारों के नाम तय करने हैं। बीएसपी गठबंधन से बाहर है लेकिन कांग्रेस के कई नेता चाहते हैं कि अखिलेश यादव के साथ मायावती भी गठबंधन में शामिल हों। ऐसा होने से ही बीजेपी से कड़ा मुकाबला संभव है।राहुल गांधी के भारत जोड़ो यात्रा की तर्ज पर यूपी कांग्रेस ने भी यूपी जोड़ो यात्रा शुरू की थी।ये यात्रा सहारनपुर से 20 दिसंबर को शुरू हुई थी। इस यात्रा को 12 जनवरी को खत्म होना था।उसी दिन प्रियंका गांधी का भी जन्म दिन है।जब इस यात्रा की प्लानिंग हुई थी, तब प्रियंका ही यूपी की पार्टी प्रभारी थीं। प्रियंका के साथ राहुल को यात्रा में बुलाया गया था लेकिन दोनों बड़े नेताओं में कोई भी इस यात्रा में शामिल नहीं हो पाया। यात्रा के आखिरी दिन यूपी कांग्रेस के नए प्रभारी अविनाश पांडे इसमें शामिल हो रहे हैं। यूपी जोड़ो यात्रा के समापन के बाद लखनऊ में कांग्रेस नेताओं की बड़ी बैठक बुलाई गई है। दो दिनों तक कांग्रेस के छोटे बड़े नेता लोकसभा चुनाव और संगठन को मजबूत करने के एजेंडे पर चिंतन और मंथन करेंगे। मीटिंग में पार्टी के सांसदों, पूर्व सांसदों, विधेयकों, पूर्व विधायकों और विधान परिषद के पूर्व सदस्यों को बुलाया गया है। मीटिंग में आल इंडिया कांग्रेस कमेटी के सभी सदस्यों को बुलाया गया है। मीटिंग में अगले लोकसभा चुनाव में पार्टी को क्या करना चाहिए ,इसपर नेताओं से सुझाव लिए जायेंगे। इससे पहले दिल्ली के पार्टी हेड ऑफिस में भी यूपी कांग्रेस के चालीस बड़े नेताओं की बैठक हो चुकी है जिसमें पार्टी अध्यक्ष मल्लीकार्जुन खरगे, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी शामिल रही थीं। बैठक में तय हुआ था कि समाजवादी पार्टी से गठबंधन में कांग्रेस को सम्मानजनक सीटें मिलेंगी। मीटिंग के बाद सोशल मीडिया, मीडिया विभाग और पार्टी के कंट्रोल रूम की जिम्मेदारी संभालने वाले नेताओं के साथ बैठक होगी। मीटिंग पार्टी में पार्टी के नए यूपी प्रभारी अविनाश पांडे इन नेताओं से बारी बारी से अकेले में मुलाकात करेंगे,जिसमें इस बात पर चर्चा होगी कि उनके इलाकं की लोकसभा सीट पर इंडिया गठबंधन की क्या पोजीशन है।इसके बाद पार्टी के सभी मोर्चों के अध्यक्षों के साथ भी मीटिंग होगी।दो दिनों की मैराथन बैठक से निकले फीडबैक को पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के सामने पेश किया जाएगा। कांग्रेस चाहती है कि इस महीने की आखिर तक इंडिया गठबंधन में सीटों का बंटवारा हो जाए।