जनपद में भीषण गर्मी से लोग तिलमिला गए हैं।सुबह से ही उमस के साथ गर्मी के चलते सड़कों पर सन्नाटा देखने को मिल जा रहा है। गर्मी का आलम यह है कि लोग आवश्यक काम के लिए ही केवल घर से निकल रहे हैं। मौसम विभाग की ओर से भी गर्मी को लेकर लगातार एडवाइजरी जारी की जा रही है। मौसम विभाग के अनुसार हरदोई व आसपास के जिलों में 45 डिग्री तक पारा जाने का अनुमान जताया हैं साथ ही लू को लेकर भी अलर्ट जारी किया हैं। गर्मी के चलते अस्पतालों में लोगों की संख्या बढ़ गई है। गर्मी ने लोगों को काफी परेशान कर रखा है। गर्मी का सबसे ज्यादा प्रभाव स्कूल जाने वाले बच्चों पर देखने को मिल रहा है भीषण गर्मी में पंखे के सहारे बच्चे 5 से 6 घंटे पढ़ाई करने को मजबूर है।एक ओर जहां स्कूलों में गर्मियों की छुट्टियां 19 व 20 मई से हो जाती हैं वहीं जनपद में कई छोटे बड़े प्राइवेट स्कूल मनमानी पर आतुर है।इन स्कूलों में अब तक गर्मियों की छुट्टी नहीं की गई है।प्राइवेट स्कूलों की मनमानी का असर स्कूल में पढ़ने वाले छोटे व बड़े बच्चों पर देखने को मिल रहा है।स्कूल जाने वाले कई बच्चे डायरिया के शिकार भी हो चुके हैं।एसी कमरे में बैठे स्कूल प्रशासन को बच्चों को गर्मी में हो रही समस्या नजर नहीं आ रही है।
प्राइवेट स्कूल कर रहे मनमानी
जिला प्रशासन की ओर से बीते दो दिनों से प्रदेश में गर्मी और लू के प्रभाव को लेकर अलर्ट जारी किया जा रहा है शनिवार को भी जिला प्रशासन की ओर से लू और भीषण गर्मी को लेकर अलर्ट जारी किया गया है लेकिन फिर भी हरदोई शहर से लेकर कस्बों तक कुछ प्राइवेट स्कूल द्वारा अब तक स्कूल में अवकाश की घोषणा नहीं की गई है।स्कूलों की मनमानी का दंश बच्चों को झेलना पड़ रहा है। हालांकि इस बाबत अब तक जिला प्रशासन के अधिकारी भी मौन साधे हुए हैं। जिला प्रशासन की ओर से भी प्राइवेट स्कूलों को इस बाबत कोई भी निर्देश नहीं दिए गए हैं जबकि जिला प्रशासन लगातार एडवाइजरी जारी कर रहा है। जनपद में बीते दो दिनों से तापमान 44 डिग्री तक पहुंच रहा है।सुबह से ही तापमान 39 डिग्री पहुंच जाता है जो की दोपहर होते-होते 44 डिग्री तक चला जाता है। ऐसे में स्कूल जाने वाले बच्चों को सबसे ज्यादा समस्या हो रही है। अब देखने वाली बात यह होगी कि क्या एसी कमरों में बैठे जिला प्रशासन और प्राइवेट स्कूलों के मालिक बच्चों की समस्या को ध्यान में रखकर अवकाश घोषित करते हैं या यूं ही बच्चे भीषण गर्मी और लू में बच्चे स्कूल जाते रहेंगे।